छत्तीसगढ़

कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक, घोषणा कभी भी

Nilmani Pal
26 July 2023 7:02 AM GMT
कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक, घोषणा कभी भी
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निगम मंडलों के नए चेहरों के नाम तय

जनता से रिश्ता ने सबसे पहले निगम-मंडलों में नए चेहरे की खबर प्रकाशित की थी

प्रत्याशी चयन के साथ अन्य मापदंडों पर हुई चर्चा

घोषणा पत्र को लेकर भी हुई चर्चा

पांच नए जिलों में अध्यक्ष का नाम फाइनल हुआ

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। 2023 के विधानसभा चुनाव में निगम-मंडलों में नए चेहरों की नियुक्ति को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। गहन विचार-विमर्श के बाद पार्टी के हित में साढ़े चार साल तक नि:स्वार्थ सेवा करने वाले ऐसे वरिष्ठ नेताओं को निगम-मंडलों में जगह दी जा रही है जो मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक लेकर आएंगे और चुनाव में भारी समर्थन जुटाने में सफल होंगे। जनता से रिश्ता ने मंगलवार के अंक में निगम-मंडलों में नए चेहरों की नियुक्ति होने की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसकी पुष्टि सीएमहाऊस में हुई हाईप्रोफाइल बैठक में हो गई है। मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में वरिष्ठ कांग्रेसजनों के साथ हुई बैठक में सभी निगम-मंडलों के अध्यक्षों के नाम लगभाग फाइनल कर दिया गया है। एक-दो दिन में या इस सप्ताह के अंत में सभी निगम मंडलों की नियुक्ति की घोषणा संभावित है। प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलेजा के नेतृत्व आयोजित बैठक में सभी वरिष्ठ कांग्रेसजनों की उपस्थिति में सभी के राय-मशविरा से नामों का चयन किया गया, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

मजबूत किलेबंदी की तैयारी

प्रदेश में पल-पल बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच कांग्रेस ने भी अपनी मजबूत किलेबंदी की तैयारी में जुट गई है। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही वरिष्ठ और पुराने कांग्रेसियों के निगम मंडलों में नियुक्ति की कवायद के साथ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को प्रदेश की राजनीति में सभी गुटों को साथ लेकर चलने और सत्ता और संगठन में समन्वय बनाने में कामयाबी मिलती दिख रही है। बहुत जल्द निगम-मंडलों में नए चेहरे देखने को मिलेंगे जो कांग्रेस के लिए मास्टर कार्ड साबित होगा।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के और मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद निगम-मंडलों के पूर्ण हो चुके कार्यकाल के बाद अब नए अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति जुलाई माह में कभी भी हो सकती है । प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने सभी वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है और प्रदेश प्रभारी का साफ निर्देश है कि किसी भी निगम-मंडल को रिन्यूअल नहीं किया जाए । नए सदस्यों को नामित करने हेतु बड़े नेताओं ने अपने सभी समर्थकों का नाम देना शुरू कर दिया । अब देखना है कि नियुक्ति इस माह होती है कि अगस्त के पहले सप्ताह में होती है ? अधिकांश अध्यक्ष और सदस्यों को स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि सभी नेताओं को सत्ता और संगठन में मौका दिया जाएगा। कुछेक जिला अध्यक्षों को भी बता दिया गया है और जिन्होंने चुनाव लडऩे की मन बनाया है उनसे भी कहा गया कि वह इस्तीफा दे । कुल मिलाकर नई नियुक्तियों का मामला जुलाई अंत तक या अगस्त के प्रथम सप्ताह तक तय मानी जा रही है ऐसा कांग्रेस सूत्रों का कहना है । गौरतलब है कि सभी निगम मंडल के कार्यकाल लगभग पूर्ण हो चुके हैं और सभी पर नए अध्यक्ष और बोर्ड के गठन की कार्ययोजना पार्टी की ओर से चालू है । कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के अनुसार अगर फिर से निगम मंडलों का गठन होगा तो यह मानकर चला जा रहा है कि सभी नेताओं के द्वारा दिए गए नाम पर ही मुहर लगने की संभावना है और वरिष्ठ पुराने कांग्रेसीजनों को ही से पद से नवाजा जाएगा । फि़लहाल प्रदेश प्रभारी प्रदेश कार्यालय में बैठकर लगातार सभी कांग्रेसजनों से एक-एक करके भेंट मुलाकात कर रही है और संपूर्ण राजनीतिक जानकारी ले रही है। साथ ही ब्लॉक की बूथ कमेटियां और प्रदेश में आने वाले चुनाव के लिए रणनीति बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है । पहली बार प्रदेश प्रभारी ने किसी भी गुट को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अपने किसी भी व्यक्तिगत आदमी को प्रदेश कार्यालय में कार्य हेतु महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं देते हुए सभी नेताओं में कार्य विभाजन कर उन्हें संतोषप्रद बनाने की कोशिश की है।

दूसरों को मिलेगा मौका:सैलजा

ऐसे तकरीबन 35 लोग हैं, जिनका कार्यकाल खत्म होने वाला है या हो गया है। इन लोगों की जगह अब चार-पांच महीने दूसरे कांग्रेसियों को मौका मिलेगा। इससे कई असंतुष्ट नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास होगा। नवंबर में चुनाव होने हैं, दिसंबर में रिजल्ट आएगा। इस तरह पांच महीने तक तो नए लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार रिपीट हुई, तो कार्यकाल आगे चलता रहेगा।

टिकट दावेदारों की भीड़

छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कुछ ही महीने ही बचे हुए हैं। ऐसे में टिकट के दावेदार बेहद एक्टिव दिखाई दे रहे हैं। प्रतिदिन कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में टिकट दावेदार कांग्रेस नेताओं की भीड़ लग रही है। प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा से मुलाकात के लिए बायोडाटा लेकर दावेदार सुबह से डटे रहे और जब प्रदेश प्रभारी से मुलाकात हुई तब नेताओं ने कहा कि मौका मिलने पर वे जीतकर दिखाएंगे। बायोडाटा में कई टिकट के दावेदारों ने अपने राजनीतिक सफर के साथ ही विधानसभा क्षेत्र का पूरा सामाजिक और राजनीतिक खाका पेश कर दिया। कुल मतदाताओं की संख्या में कितने प्रतिशत उनके समाज विशेष से आते हैं ये भी उनके बायोडाटा में लिखा हुआ था।

डिनर डिप्लोमेसी का सिलसिला जारी रहेगा

शेष बचे दो महीने तक लगातार रणनीति के तहत मंत्रियों के बंगले में वरिष्ठ नेताओं की डिनर डिप्लोमेसी का सिलसिला जारी रहेगा। जिसमें हर विधानसभा की ताजा स्थिति चर्चा करने के साथ डेमेज कंट्रोल करने के उपायों पर ठोस निर्णय लिया जाएगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव अब चंद महीने ही बचे हैं। चुनाव को देखते हुए सियासी बिसात बिछना शुरू हो गई है। वहीं कांग्रेस चुनावी मोड ऑन करते हुए मंथन में जुट गई है. ऐसे में 2023 का चुनावी रण फतेह करने सीएम बघेल समेत कांग्रेस के आला नेता मंत्री ताम्रध्वज साहू के यहां रात्रि भोज में शामिल हुए. चुनाव कऱीब है और चुनाव में डिनर डिप्लोमेसी के अपने मायने हैं। बता दें कि, 2023 की चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। इसी तैयारी को पुख्ता करने मंत्री ताम्रध्वज साहू के यहां डिनर टेबल में कांग्रेस के तमाम नेताओं के बीच सत्ता वापसी के लिए चर्चा की। साथ चुनावी रणनीति भी बनाए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, मंत्री रविंद्र चौबे, मो. अकबर, जय सिंह अग्रवाल, डॉ. शिव कुमार डहरिया, अनिला भेडिया, विधायक धनेंद्र साहू, गुरु रुद्र कुमार, विधायक धनेंद्र साहू, विकास उपाध्याय, प्रभारी सचिव विजय जांगिड़, चंदन यादव मौजूद रहे।

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