छत्तीसगढ़

सीएम ने बिग-बी को बताया छग में अब लॉकडाउन नहीं

Nilmani Pal
3 Oct 2020 6:17 AM GMT
सीएम ने बिग-बी को बताया छग में अब लॉकडाउन नहीं
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छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन नहीं होगा

> सीएम ने बिग-बी को बताया छग में अब लॉकडाउन नहींअंतरराज्यीय परिवहन खुलने से बढ़े मरीज, सीएम की खरी-खरी

जसेरि रिपोर्टर। रायपुर। छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन नहीं होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कर दिया है कि वो अब लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में बालीवुड महानायक अमिताभ बच्चन के पूछे सवाल का जवाब दे रहे थे। अमिताभ बच्चन के कोरोना की बढ़ी संख्या को लेकर सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडानऩ के बाद राज्य की सीमाओं के खुलने और अंतर्राज्यीय परिवहन शुरू होने की वजह से प्रदेश में कोरोना मरीज बढ़े हैं। उन्होंने साफ कहा कि वो अब लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है। अमिताभ बच्चन ने मुख्यमंत्री से पूछा कि शुरुआती वक्त में छत्तीसगढ़ में कोरोना बहुत कंट्रोल में था, लेकिन उसमें 300 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गयी, ऐसा क्यों हो गया?..जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ की सीमा 7 राज्यों से मिलती है।

लॉकडाउन के वक्त सभी सीमाएं सील थी, रेल परिवहन और उड़ानें बंद थी, लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद जो दूसरे प्रदेशों से लोग आये। ट्रेन, बस और फ्लाइट भी शुरू हो गयी, उसके अलावा छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित इलाका है, जहां पारा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं, जवान भी प्रदेश में लौटे, जिससे संक्रमण बढ़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उन्होंने होम आईसोलेशन की सुविधा शुरू की है, क्योंकि अस्पतालों में मरीज अकेलापन महसूस करता है। घर में रहकर भी लोग अब स्वस्थ्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अमिताभ बच्चन को छत्तीसगढ़ में चलाये जा रहे कोरोना के खिलाफ अभियान और कोरोना मरीजों की सुविधाओं की जानकारी दी। स्वच्छता को लेकर अमिताभ बच्चन के जवाब के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 16 हजार टन कचरे का रोज निपटारा करते हैं। प्रदेश की 10 हजार महिलाएं लगातार काम कर रही थी। ई-रिक्शा के जरिये कचरे का परिवहन हो रहा है, वहीं 11 लाख क्विंटल गोबर एकत्रित किया गया है, जहां 20 लाख रुपये का भुगतान गौ पालकों को किया गया है।

देश में एक लाख मौत, राज्य में 1000 पहुंचा, 2637 नए मरीज

छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को कोरोना से 16 जानें गईं और इसी के साथ मौतों की संख्या 1003 पर पहुंच गई है। पिछले डेढ़ महीने यानी केवल 47 दिन में 903 मरीजों की कोरोना से जान गई है। जबकि शुरुआती सौ मौतें 80 दिन में हुई थीं। कोरोना से प्रदेश में मृत्यु की दर 0.8 प्रतिशत है। हालांकि यह राष्ट्रीय मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत से अभी आधी ही है। छत्तीसगढ़ में 17 अगस्त से 2 अक्टूबर तक हुई 903 मौतें रोजाना लगभग 19 के औसत से हुई हैं। जबकि 29 मई से 16 अगस्त तक केवल 1.25 फीसदी मरीजों की जान गई। रायपुर समेत प्रदेश में अगस्त व सितंबर में सबसे ज्यादा मौतें हुईं। दरअसल कोरोना के शुरुआती दौर यानी मार्च से जून तक हल्के या बिना लक्षण वाले मरीज ज्यादा थे, जिनका प्रतिशत अब घटकर 65 फीसदी हो गया है। अर्थात, अब अस्पतालों में पहुंचने वाले कुल मरीजों में से 35 फीसदी सांस में तकलीफ या बुखार के साथ पहुंच रहे हैं। इनमें भी सांस में तकलीफ वाले ज्यादा हैं। इन्हें ऑक्सीजन बेड के साथ आईसीयू और कई बार वेंटिलेटर की भी जरूरत पड़ रही है।

प्रदेश में 1.18 लाख संक्रमित : प्रदेश में शुक्रवार को 2637 नए कोरोना मरीजों की पहचान की गई, जिसमें 395 मरीज रायपुर के हैं। रायपुर में 3 समेत 16 मरीजों की मौत भी हुई है। नए केस के बाद प्रदेश में मरीजों की संख्या 118792 हो गई है। जबकि एक्टिव केस 29693 है। वहीं इलाज के बाद 88095 मरीज स्वस्थ हुए हैं। दूसरी ओर, रायपुर में मरीजों की संख्या 34582 व एक्टिव केस 10254 है। 23891 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

होम आइसोलेशन के नियमों का उल्लंघन, मुकदमा दर्ज

राजधानी में होम आइसोलेशन के नियमों का उल्लंघन करने के मामले लगातार आ रहे हैं। शुक्रवार को प्रशासन ने डंगनिया निवासी निहार जैन के खिलाफ एपेडेमिक एक्ट के तहत अपराध दर्ज कराया है। जोन पांच के इंसिडेंट कमांडर और एसडीएम संदीप अग्रवाल ने बताया कि निहार जैन, आदिनाथ प्रोविजन, डंगनिया के खिलाफ एपेडेमिक एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि निहार जैन के निवास पर होम आइसोलेशन का स्टीकर और रिबन भी लगाया गया था, जिसे उन्होंने हटा दिया। कोरोना संक्रमित व्यक्ति को निर्देश दिए जाने के बाद भी प्रशासन का सहयोग न कर उसने संक्रमण फैलाने का काम किया।

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