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छत्तीसगढ़
रायपुर। प्रदेश में आगामी 4 मार्च से 8 अप्रैल तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के 26 लाख 40 हजार बच्चों को विटामिन 'ए' की खुराक दी जाएगी। साथ ही प्रदेश भर के 6 माह से 5 वर्ष तक के 28 लाख 30 हजार बच्चों को आयरन एवं फॉलिक एसिड सिरप भी वितरित की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सभी बच्चों तक पहुंचने में मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके लिए लक्षित बच्चों की सूची तैयार कर ली गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी माता-पिता से अपील की है कि वे अपने 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को सप्ताह में दो बार आयरन सिरप तथा 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को हर छह माह के अंतराल में विटामिन 'ए' की खुराक अवश्य दिलाएं।
क्यों जरूरी है विटामिन 'ए' और आयरन
विटामिन 'ए' ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायता प्रदान करता है। विशेषकर आंखों व त्वचा के लिए विटामिन 'ए' जरूरी पोषक तत्व है। इसी प्रकार आयरन भी एक सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो शरीर में पाए जाने वाले लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन, जो मुख्य रूप से लौह तत्व एवं प्रोटीन का बना होता है, को लालिमा प्रदान करता है। जब शरीर में लौह तत्व की कमी होती है तो रक्त में हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता है जिससे रक्त की कमी हो जाती है। रक्त में लौह तत्व की कमी को ही एनीमिया कहते है।
Shantanu Roy
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