छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: मादा बंदर की मौत, वन विभाग और ग्रामीणों ने किया अंतिम संस्कार

jantaserishta.com
15 Jan 2022 5:46 PM GMT
छत्तीसगढ़: मादा बंदर की मौत, वन विभाग और ग्रामीणों ने किया अंतिम संस्कार
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दंतेवाड़ा वन परिक्षेत्र के नेरली घाट में एक बार फिर एक मादा बंदर की मौत हो गई। घटना की खबर मिलते ही एड इनफिनेटम जील बार नेचर (प्रकृति प्रेमी) दल के अमित मिश्रा, मनोज कुमार तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे। बंदर के शव उठाकर बचेली वन परिक्षेत्र अधिकारी के पास पहुंचे। वन परिक्षेत्र अधिकारी गया दिन वर्मा की मौजूदगी में शव का पंचनामा कर शव का अंतिम संस्कार किया गया।

बताया जा रहा है कि इसके पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं इस जगह हुई हैं। इस इलाके में बंदरों का समूह है। जिन्हें निजी वाहन के साथ ही बस चालक भी इस स्थान पर वाहन रोककर बंदरों को खाद्य सामग्री देते हैं। इसी लालच में ये वाहन के पास आते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। बचेली रेंजर गया दिन वर्मा ने कहां इस प्रकार की घटनाओं को रोकने का लगातार प्रयास चल रहा हैं। सतत निगरानी भी की जाती है। लेकिन चौबीस घंटे इस जगह स्थान उपस्थिति संभव नहीं है। जिसका फायदा शरारती तत्वों द्वारा उठाया जाता है।
प्रकृति प्रेमी अमित मिश्रा ने कहा हमारी संस्था और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी लगातार प्रयास कद रहे हैं कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा की जाए। कुछ दिन तो लोग खाना देना बंद करते हैं परंतु फिर से यही सिलसिला चालू हो जाता हैं। लोगों को ये समझना होगा की ये पालतू पशु नहीं वन्यजीव हैं। और जंगल में उनके लिए पर्याप्त खाद्य सामग्री उपलब्ध हैं ।
आपके दिए गये कुरकुरे, चिप्स एवं अन्य मानव निर्मित सामाग्रियों से बंदरों में बीपी, शूगर समेत अन्य विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं। बिना प्रयास के भोजन मिलने से वन्यजीव मानवों पर निर्भर होकर अपनी प्राकृतिक आदतें भूल रहे हैं जिससे उनका अस्तित्व समाप्त होने का खतरा है।
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