छत्तीसगढ़

CG BREAKING: चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण, दो आरोपी गिरफ्तार

Shantanu Roy
11 Jun 2025 12:57 PM GMT
CG BREAKING: चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण, दो आरोपी गिरफ्तार
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Balrampur. बलरामपुर। राज्य के आदिवासी बहुल बलरामपुर जिले से एक बार फिर धर्मांतरण का गंभीर मामला सामने आया है। जिले के राजपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बैढ़ी में चंगाई सभा की आड़ में ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहकाया जा रहा था। पुलिस और प्रशासन की तत्परता से यह अवैध गतिविधि उजागर हो गई है, और फिलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामला शुक्रवार देर रात का है, जब ग्राम बैढ़ी में एक निजी मकान के समीप चंगाई सभा का आयोजन किया गया था। सभा में लगभग 200 लोग शामिल थे। स्थानीय लोगों से सूचना मिलते ही एसडीएम और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अचानक पुलिस की मौजूदगी से सभा स्थल पर अफरातफरी मच गई और कई लोग वहां से भागने लगे।
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि चंगाई सभा की आड़ में ग्रामीणों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था। ग्रामीणों से कहा जा रहा था कि यदि वे ईसाई धर्म अपनाते हैं, तो उन्हें मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज और सरकारी नौकरियों में उच्च पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। यह लालच मुख्यतः आर्थिक रूप से कमजोर आदिवासी परिवारों को दिया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि यह आयोजन सुनियोजित तरीके से किया गया था, और इसमें बाहरी लोगों की भी संलिप्तता पाई गई है। एसडीओपी राजपुर ने मीडिया को बताया कि इस मामले में पहाड़ी कोरवा जनजाति के कई लोग भी शामिल थे, जिन्हें विशेष रूप से निशाना बनाया गया था। ये लोग राज्य के सबसे पिछड़े और संवेदनशील जनजातीय समुदायों में आते हैं, और प्रलोभनों के कारण आसानी से बहकाए जा सकते हैं। इस परिस्थिति का फायदा उठाकर धर्मांतरण की साजिश रची जा रही थी।
पुलिस ने मौके से दो आरोपियों प्रदीप भगत और परसु बेक को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, और आगे की विवेचना जारी है। एसडीएम ने बताया कि यह सिर्फ एक isolated मामला नहीं है, बल्कि इलाके में लंबे समय से ऐसी गतिविधियों की सूचनाएं मिल रही थीं। इस पर अब प्रशासन ने सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। इस घटना के बाद शनिवार सुबह जब थाना परिसर में आरोपियों को रखा गया था, तो बड़ी संख्या में उनके समर्थकों की भीड़ थाने में इकट्ठा हो गई। भीड़ ने आरोपियों के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखा और कानून व्यवस्था बनाए रखी। फिलहाल आरोपियों से
पूछताछ
की जा रही है और उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए पुलिस अन्य संभावित स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि धर्मांतरण की गतिविधियों में लगे लोग अक्सर बाहरी होते हैं जो स्थानीय गरीबों और अनपढ़ों को झांसे में लेकर धर्म बदलने के लिए दबाव डालते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि क्षेत्र की सामाजिक और सांस्कृतिक संरचना को सुरक्षित रखा जा सके। बलरामपुर जिले में पहले भी कई बार धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इस बार की घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। आदिवासी क्षेत्रों में ऐसी गतिविधियों को लेकर सरकार ने कई बार चेतावनी दी है, और इस मामले में भी सख्त कदम उठाने के संकेत दिए गए हैं।
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