छत्तीसगढ़

दुर्ग-भिलाई में धर पकड़, राजधानी में सट्टा-जुआ के अड्डे आबाद

Nilmani Pal
27 Aug 2022 5:34 AM GMT
दुर्ग-भिलाई में धर पकड़, राजधानी में सट्टा-जुआ के अड्डे आबाद
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'जनता से रिश्ता' विगत कई महिनों से इस प्रकार की अवैध गतिविधियों की खबर प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है

दुर्ग-भिलाई के तर्ज पर रायपुर में भी हो जुआरियों की धरपकड़़

गृहमंत्री के फटकार के बाद सट्टा-जुआ के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई

पुलिस पुराने अड्डे बाजों की निकाल रही है कुंडली

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में अड्डेबाजों ने जुआ को कारोबार के रूप में स्थापित कर लिया है। हर शाम होटलों और पॉश कालोनियों के मल्टी स्टोरी बिल्ंिडगों में किराए के जुए घर आबाद हो चुके है। दुर्ग-भिलाई पुलिस की तरह रायपुर पुलिस को भी मुखबिर तंत्र को मजबूत कर जुआरियों के अड्डों में छापामार कार्रवाई करने की जरूरत है। राजधानी में राजनीतिक रसूखदार छुटभैया ही इस धंधे को संचालित कर रहे है। खबर ये भी है कि जुआरियों के फुल इंजायमेंट के साथ खाने-पीने का इंतजाम भी जुआघरों में हो रहा है। जुआघर चलाने वाले तथाकथित लोग दूसरे जिलों के जुआरियों को जुआ खेलने के लिए अड्डों पर आमंत्रित कर रहे है। वैसे भी निचली बस्तियों और स्लम क्षेत्रों में वही के स्थानीय गुंड़े बदमाश सट्टा और जुआ खुलेआम संचालित कर रहे है। मजेदार बात यह है कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस की कार्रवाई करने पहुंचती है उससे पहले ही अड्डेबाज ठिकाना बदल देते है। राजधानी के होटलों और आउटर की मल्टी स्टोरी बिल्डिंगों में जुआरियों ने जुआ को क्लब के रूप में बना लिया है जिसके लिए जुआ खेलने से पहले सदस्यता लेनी पड़ती है। तब आपको जुआरियों की टीम में बैठने दिया जाता है।

पुलिस की सख्ती बेअसर

राजधानी में पुलिस की सख्ती और ताबड़तोड़ कार्रवाई जुआरियों पर बेअसर साबित हो रही है। जुआ घर बेखौफ संचालित हो रहे है। जुआ अड्डा चलाने वाले तथाकथित लोग पुलिस को चकमा देने के लिए चिन्हांंिकत अड्डे में ताला लगाकर दूसरे दरवाजे से जुआरियों को भेजते है। जुआरियों के वाहनों को अलग-अलग जगह पार्किंग कराते है। ताकि पुलिस को शक नहीं हो कि आसपास जुआ चल रहा है।जिसके कारण राजधानी में जुआघर आबाद है।

दूसरे जिलों से आते है जुआरी

हर रविवार को जुआरियों का त्योहार होता है। दूसरे जिले के जुआ के शौकीनों को राजधानी में सुरक्षित ठिकाना की गारंटी देकर बुलाया जाता है। जहां दिन -रात जुआ में बड़े-बड़े दाव लगते है जिसमें लाखों करोड़ों का वारा न्यारा होता है।

रायपुर, धमतरी, भिलाई अभनपुर जुआरियो के लिए नया अड्डा

पुलिस कप्तान के निर्देश के बावजूद भी ये अवैध गतिविधि में लिप्त रहने वाले लोग अपना काम बेखौफ अंजाम दे रहे हैं। जुआरी जगह बदल बदल कर अपना खेल जारी रखे हुए हैं। छत्तीसगढ़ जुआरियों के लिए स्वर्ग बना गया है। धमतरी, भिलाई अभनपुर जुआरियो के लिए नया अड्डा बन रहा है। केरेगांव धमतरी में सतीश चंद्राकर नमक व्यक्ति द्वारा खुलेआम जुआ खिलाया जा रहा है। धमतरी जिले का नया अड्डा बिरेझर थाना के पीछे बन गया है। . धमतरी जिले का सबसे बड़ा फड़ माना जा रहा है। जुआरियो के हौसले इतने बुलंद है कि नया ठीहा थाने के पीछे ही बना लिए है। कहते हैं दिया तले अँधेरा होता है उसी को चरितार्थ कर थाने के पीछे ही जुआ की महफि़ल सजाई जा रही है। भिलाई जीआरपी क्षेत्र में राकेश पार्षद के नाम पर जम कर जुआ खिलाया जा रहा है। भिलाई 3 रेलवे स्टेशन के पीछे और फुट ओवर ब्रिज के नीचे भी बेखौफ जुआ हो रहा है। छुटभैये नेताओ के दखल के कारण पुलिस भी हाथ डालने से कतरा रही है ऐसा लग रहा है। अभनपुर थाना के पीछे और चंडी गांव में शिव और आशीष वर्मा द्वारा जुआ खिलाये जाने की जानकारी मिली है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि इन लोगो ने साठगांठ कर बड़े पैमाने पर जुए की महफि़ल सजा रहे हैं। सूत्रों ने बताया की ये जुआ बेईमानी का जुआ हो रहा है। फड़ में खिलने वाला अपना नाल तो निकाल ही रहा है बेईमानी के चलते अंत में जुआरियो को हार कर ही घर जाना पड़ रहा है। जुआ खिलाने वालों द्वारा पूरी तरह से बेईमानी की जा रही है। जिसकी शिकायत कर नहीं सकते। देखा जा रहा है की इन दिनों छत्तीसगढ़ जुआगढ़ बना हुआ है। छत्तीसगढ़ में सिर्फ जुआ ही नहीं छुटभैये नेताओ के मदद से नशे का कारोबार भी फल फूल रहा है। सूचना के बाद भी सख्त कार्रवाई नहीं होने के कारण अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद है। यही कारण है कि कारोबारी अवैध धंधे से बाज नहीं आ रहे है। और अपने गतिविधियों को बेखौफ चला रहे है। जनता से रिश्ता ने पूर्व में भी इस इलाके में नशे का सामान बेचे जाने की खबर प्रकाशित किया था।

गांजा बेचने वाला सरगना गिरफ्त में नहीं

ईदगाहभाठा इलाका शहर के बीचों बीच बसा हुआ है और इस इलाके में गांजे का व्यापार काफी सालों से आबाद था। मगर विगत दिनों निगम द्वारा झुग्गी-बस्तियों को तोडऩे का निर्णय लिया गया और अवैध कारोबार को बंद करने की मुहीम चली जिसके बाद ईदगाहभाठा में गांजा बेचने वाले सरगना शांत हो गया। मगर अब फिर से लाखेनगर चौक और आस-पास के मोहल्ले में खुलेआम गांजा बेचा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में नशे का कारोबार दिन पर दिन फल-फूल रहा है, नशे ने युवा पीढ़ी को अपने आगोश में ले रखा है। राजधानी रायपुर में शराब, गांजा, हेरोइन, चरस, हेरोइन, अफीम की तस्करी का खेल खुलेआम चल रहा है, नशे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। शहर के अधिकांश लोग यहां से फोन पर कांटेक्ट कर माल की सप्लाई करते हैं। इसके लिए तस्करों ने महिलाओं और बच्चों को नियुक्त कर रखा है। तस्कर कई बार पकड़ जाते हैं मगर ढीली कानून व्यस्था की वजह से कार्रवाई पूरी नहीं हो पाती। नशेड़ी यहां खुलेआम धुंआ उड़ाते नजर आते हैं।

अब रायगढ़ के स्पा सेंटर में पकड़ाया सेक्स रैकेट

रायगढ़ में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने स्पा सेंटर पर छापा मारकर 4 युवतियों और 3 युवकों को गिरफ्तार किया है. मामले में पुलिस ने सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा 109 के तहत कार्रवाई की है.यह मामला रायगढ़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित लोटस स्पा सेंटर का है. पुलिस को यहां लंबे समय से स्पा की आड़ में सेक्स रैकेट की शिकायत मिल रही थी. पुलिस की टीम ने मौके पर दबिश दी, जहां 4 युवतियां और 3 युवक आपत्तिजनक हालत में पाए गए.गिरफ्तार की गई 3 युवतियां पश्चिम बंगाल के दार्जलिंग की हैं. वहीं एक ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली है, जबकि पकड़े गए युवक रायगढ़ के चक्रधर नगर और कोतरा रोड के हैं और 1 बरगढ़ का रहने वाला है. मामले में पुलिस ने सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा 109 के तहत कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि स्पा की आड़ में सेक्स रैकेट ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली राखी दास नाम की एक महिला चलाती है, जो छापा पडऩे की खबर के बाद से फरार है।

सट्टा किंग रविसाहू की गिरफ्तारी के बाद आसिफ की तलाश

टिकारापारा और कालीबाड़ी क्षेत्र में काले कारोबार का साम्राज्य चलाने वाले सट्टा किंग और शराब कारोबारी रवि साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर काले कारोबारियों को चेतावनी दे दी है कि कभी भी उनके अड्डे में पुलिस की आमद हो सकती है। रवि की गिरप्तार ने सटोरियों के हौसले पस्त कर दिए है। उन्हें भी अब अपनी गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। अब पुलिस को चकमा देने जगह-जगह बदल कर कारोबार को संचालित कर रहे है। राजधानी में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद भी सट्टा, जुआ, शराब, गांजा की तस्करी जारी है। इस सबके पीछे छुटभैया नेताओं का हाथ बताया जाता है जो पुलिस पर अपने रसूख का दबाव बनाकर अपराधियों को पुलिस की चंगुल से छुड़ाने में कामयाब हो रहे है।

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