छत्तीसगढ़
प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
Shantanu Roy
30 Nov 2022 1:09 PM GMT
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छग
अंबिकापुर। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में बुधवार तड़के इलाज के अभाव और स्टाफ की भारी लापरवाही के कारण प्रसव के दौरान एक मां और उसके बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद परिवार ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। हालांकि जिसने भी महिला की बड़ी बेटी को मां के लिए तड़पकर रोते देखा, उसकी भी आंखों में आंसू आ गए। पति ने भी रो-रोकर अपनी आपबीती सुनाई कि किस तरह से अस्पताल के रवैये ने उसकी पत्नी की जान ले ली। जानकारी के मुताबिक, सुबुक तारा नाम की महिला जो सूरजपुर जिले के प्रतापपुर की रहने वाली थी, उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। महिला का पति इजराइल जैसे-तैसे इंतजाम कर पत्नी को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज मंगलवार दोपहर 12 बजे लेकर आया। उसके साथ दोनों बच्चे भी थे। महिला तीसरी बार मां बनने जा रही थी। परिजनों का आरोप है कि जब वे अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें 3 घंटे तक बेड नहीं मिल सका। उसकी पत्नी अस्पताल परिसर में बेड मिलने के इंतजार में तड़पती रही।
उसकी तबियत बिगड़ती जा रही थी, लेकिन बहुत निवेदन करने पर भी स्टाफ का दिल नहीं पसीजा। पीड़ित पति का कहना है कि जब उसकी पत्नी को बेड मिला, तो उसके इलाज में गंभीर लापरवाही बरती गई। न तो उसे इलाज दिया जा रहा था और न तो परिजनों से मिलने ही दिया जा रहा था। इसके बाद प्रसव कराने के लिए देर रात अस्पताल के स्टाफ ने पैसों की डिमांड की। जब उसने कहा कि वो बाद में पैसे दे देगा, फिलहाल इलाज शुरू किया जाए, तो अस्पताल ने साफ-साफ बिना पैसों के डिलीवरी कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने रात में ही किसी तरह से पैसों का इंतजाम किया, तब जाकर महिला की डिलीवरी कराने की कोशिश की गई, लेकिन इसी दौरान मां और बच्चे दोनों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही और पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इधर हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित परिवार को समझा-बुझाकर शांत कराया।
अस्पताल प्रबंधन ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अस्पताल की सहायक अधीक्षक अर्पणा सिंह का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन आरोपों की जांच कराएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि CCTV फुटेज भी चेक किए जा रहे हैं।
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