छत्तीसगढ़
ब्लैक को व्हाइट करने के लिए खेल रहे थे सट्टा, बड़े सराफा कारोबारी भी लगा रहे थे दांव
Shantanu Roy
25 April 2022 6:59 PM GMT
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भिलाई। मध्यप्रदेश के उज्जैन में दर्ज मामले की पुलिस जांच में यह बाद सामने आया है कि महादेव बुकी मामले से जुड़े लोग ब्लैक मनी को लीगल करने कमीशन का खेल भी खेलते रहे हैं, जिसमें कई बड़े कारोबारी भी शामिल हैं। फिलहाल 6 मास्टर माइंड के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने जांच में पाया कि महादेव बाकी के माध्यम से इस कारोबार का पैसा इंदौर के दो बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया है। जितने भी बैंक अकाउंट नंबर सामने आए हैं, उनके सभी खाता मालिकों को नोटिस जारी किया गया है। खबर यह भी मिली है कि भिलाई में इस खेल के मास्टर माइंड सौरभ और रवि से जुड़े कुछ लोग इतना पैसा कमा चुके हैं कि वह उसे जगदलपुर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित अन्य जगहों पर जमीन, पेट्रोल पंप और कई अन्य व्यवसाय में इनवेस्ट कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि इस मामले में कुछ आरोपियों को पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब खुलासा होने के बाद महादेव आईडी से जुड़े सबसे चर्चित नाम सौरभ चंद्राकर सहित 6 लोगों की मुश्किलें बढऩे वाली हैं। मोहन नगर और जामुल पुलिस ने इनके खिलाफ सट्टा सहित अन्य धाराओं का मामला दर्ज किया है।
एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने बताया कि जल्द ही पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। इन लोगों से पूछताछ के बाद इस मामले से पर्दा उठना तय है। पुलिस को पुख्ता सबूत मिले हैं कि सट्टे का पैसा हवाला के रास्ते आरोपी इधर से उधर भेजते थे। इस काम में रायपुर और भिलाई के कई बड़े उद्योगपति और सराफा कारोबारियों के नाम सामने आया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले महादेव बुक और अन्य आईडी से ऑनलाइन सट्टा खिलवाते कुछ लोग गिरफ्तार किए गए थे। इनसे पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग मिले, जिसके आधार पर पुलिस ने ब्लॉक-ए मकान नंबर-3 वनांचल सिटी आम्रपाली जामुल निवासी चेतन जोशी और पुष्पक नगर आलोक सिंह राजपूत को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी।
उन्होंने बताया कि महादेव आईडी के कर्ताधर्ता सौरभ, रवि उपल, राज गुप्ता, रुपेश जोशी, भूपेश जोशी और खुर्सीपार के पिंटू सोनी हैं। महादेव व उसकी अन्य सहायक आईडी से ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाले मास्टर माइंड भिलाई और दुर्ग के ही हैं। पुलिस को यहां तक जानकारी लगी है कि इन लोगों के साथ रायपुर और भिलाई के करीब आधा दर्जन सराफा कारोबारी भी जुड़े हुए हैं।
आकाशगंगा सुपेला के एक कारोबारी द्वारा सट्टे की रकम को हवाला के जरिए हेरफेर कर पहुंचाया जाता रहा है। ये सराफा व्यापारी पहले सट्टे के पैसों को गोल्ड में तब्दील करते हैं, इसके बाद कोलकाता के रास्ते रूपये हवाला होते रहे हैं। पूरे नेटवर्क में करोड़ों की ब्लैक मनी को हर महीने लीगल तरीके से भारत लाने का खेल ऑनलाइन अकाउंट के द्वारा भी चल रहा है।
इसके लिए कई बड़े उद्योगपतियों और व्यापारियों को पकड़ा जा रहा है। बुकी द्वारा इन लोगों के खाते हर महीने करोड़ों रुपए डाल जाता रहा। इसके बाद 10-12 प्रतिशत कमीशन काटकर यह लोग उनकी रकम को वापस कर देते थे। पुलिस ने इस मामले में सौरभ, रवि उपल, राज गुप्ता, रुपेश जोशी, भूपेश जोशी और खुर्सीपार के पिंटू सोनी के खिलाफ धारा 420, 120 बी, 66डी आईडी एक्ट और 4क जुआ एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस को इन आरोपियों के खिलाफ अहम सुराग मिले हैं जिनके आधार पर साइबर सेल की टीम इनके मोबाइल नंबर को खंगाल रही है। पुलिस को अभिषेक गौर सहित कुछ अन्य लोगों के खिलाफ भी महादेव आईडी से ऑनलाइन सट्टा खिलाने का सबूत मिला है।
Shantanu Roy
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