राज्य सरकार की योजनाओं से जोड़कर बस्तर को विकसित किया जाएगा-मंत्री कवासी लखमा
उत्तर बस्तर कांकेर: अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़गांव में आयोजित सरपंच, पंच सम्मेलन को संबोधित करते हुए उद्योग, वाणिज्यिक एवं आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से जोड़कर बस्तर को विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों सहित वनवासियों और निर्धन वर्ग के हितों के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। आदिवासी अंचलों के विकास हेतु सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ विगत 3 वर्षों में समाज के हर वर्ग की विकास के लिए कार्य कर रही है। हमारी सरकार ने तेन्दूपत्ता की पारिश्रमिक दर 2500 रूपये से बढ़ाकर 04 हजार रूपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 की बजट में पुरानी पेंशन बहाल करने से प्रदेश के कर्मचारियों में खुशी की लहर है। इसी प्रकार संभाग के गायता, मांझी, पुजारी, सरपंच, पंच आदि के लिए बजट में मानदेय का प्रावधान करने वाली पहली सरकार है। सरकार ने वनवासियों के हित में काम करते हुए वनाधिकार पट्टा दे रही है, जिससे लोगों में उत्साह है। श्री लखमा ने कहा कि परलकोट क्षेत्र के किसानों की फसल ओलावृष्टि से नष्ट होने पर सरकार ने क्षतिपूर्ति राशि 06 करोड़ रूपये स्वीकृत किया है। राज्य सरकार बस्तर अंचल में विकास को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। सड़क, पुल-पुलिया, सिंचाई के साधनों के विकास, स्कूल, स्वास्थ्य केन्द्र, पेयजल एवं विद्युत सुविधा इत्यादि को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। कार्यक्रम को बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर विधायक श्री विक्रम शाह मण्डावी, विधायक अंतागढ़ श्री अनूप नाग ने भी संबोधित किया।