छत्तीसगढ़

मेडिकल कॉलेज में मनाई गई बसंत पंचमी

Shantanu Roy
14 Feb 2024 1:48 PM GMT
मेडिकल कॉलेज में मनाई गई बसंत पंचमी
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रायपुर। पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा अनुष्ठान का पारंपरिक आयोजन किया गया। महाविद्यालय के व्याख्यान कक्ष-06 में चिकित्सा छात्रों ने कठिन मेहनत से आकर्षक सजावट के साथ इस धार्मिक समारोह की सम्पूर्ण व्यवस्था की। अधिष्ठाता, डॉ. तृप्ति नागरिया और वरिष्ठ प्राध्यापक, डॉ. अरविन्द नेरल ने मां सरस्वती की आकर्षक मूर्ति पर माल्यार्पण किया और अन्य चिकित्सा शिक्षकों के साथ सरस्वती वंदना की। इस अवसर पर अधिष्ठाता, डॉ. तृप्ति नागरिया ने मां सरस्वती के आर्शिवचनों की मंगल कामना करते हुए एक पौराणिक कथा का उल्लेख किया, जिसका सार है कि जीवन में सर्वांगीण विकास के लिए बुद्धि, धन और शक्ति तीनों की समानुपातिक आवश्यकता होती है। डॉ. अरविन्द नेरल ने "लर्निंग इज अर्निंग" के सिद्धांत को अंगीकृत कर विद्यार्थियों को अपनी बुद्धि और जानकारियों को लगातार तेज धारदार करने का आव्हान किया।
इस आयोजन में विद्यार्थियों ने अपने चिकित्सा शिक्षकों के मनोरंजनार्थ अंताक्षरी का आयोजन किया और शिक्षकों के चार वर्गों के बीच आकर्षक प्रतियोगिता कराई। सत्र 2023 के लता देवांगन, आस्था भिटे, विकल्प गुरूंग, वर्षा बघेल, अर्पिता अग्रवाल, आशना अग्रवाल, कुमार साहिल, प्रफुल्ल और शुभांगी लाल ने सरस्वती वंदना की दो अलग-अलग प्रस्तुतियां दी। सृष्टि मौर्य, सुधा राठौड़, तृप्ति राजपूत, मिल्की खुंटे, दीपिका चन्द्राकर, दीक्षा कंवर, भाग्यश्री नायक और श्रीयल सुखदेव ने दो सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किये। विश्वंभर पांडेय और माधव चन्द्राकर के काव्यपाठ और प्रीति कुर्रे के सुगम गायन ने मंत्रमुग्ध किया। ये कवितायें और गायन मां सरस्वती और मातृ-पितृ पूजन से संबंधित संवेदनशील रचनाएं थी। कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन सिद्धि डाकलिया, आदर्श शर्मा, और गरिमा सिंह ने किया। सत्र 2022 के कक्षा प्रतिनिध अम्बलेश्वर मरकाम और शिवांगी सिंह ने अपने साथियों ऐश्वर्य, भूपेन्द्र, कुलदीप, तेजेश्वर, प्रिया, सोनाली, युवराज, आयुष, संदेश, देवाशीष, तेजेश, तरूण और स्वपनिल के साथ मिलकर इस सफल और संवेदनशील कार्यक्रम का संयोजन किया। इस कार्यक्रम में डॉ. ज्योति जायसवाल, डॉ. जागृति अग्रवाल, डॉ. वर्षा पांडेय, डॉ. दिवाकर धुरंधर, डॉ. प्रवीण कुर्रे, डॉ. अजय हलवाई और अनेक चिकित्सा शिक्षक उपस्थित थे।
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