रायपुर। राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ जी महाराज ने कहा कि जिंदगी में सब कुछ हम पर निर्भर है, अगर हम मान लें तो हार है, पर ठान लें तो जीत है। मजबूत शरीर पर कमजोर मन वाला व्यक्ति पीछे रह जाएगा, पर कमजोर शरीर में भी मजबूत मन वाला व्यक्ति बाजी मार जाएगा।
संत प्रवर शुक्रवार को कांकरिया परिवार द्वारा हरीभूमि प्रेस के पास सुमित पार्क में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालु भाई बहनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति अपने भीतर कुछ बनने का जुनून जगा लेता है, तो एक अपाहिज, विकलांग और कमजोर व्यक्ति भी सफलता का आसमान छू लेता है। जो व्यक्ति अपनी जिंदगी को एक चुनौती के रूप में लेता है, वह व्यक्ति अपने जीवन का परिणाम निकाल लेता है। उन्होंने कहा कि हमें सफल होने के लिए अपनी 100 प्रतिशत ताकत को लगाना होगा, कर्मयोग को जगाना होगा, कटिबद्ध होकर चलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बारहखड़ी में पहले क आता है, फिर ख। क हमें कहता पहले कर्म करो और ख कहता है फिर खाओ।
संतश्री ने कहा कि हम दिमाग को सकारात्मक कार्यों में लगाए। खाली दिमाग शैतान का घर होता है, पर खुला दिमाग भगवान का घर बन जाता है। ईश्वर जब भी हमारे जीवन के विकास के लिए हमारे भीतर अवतार लेता है, तो वह आत्मविश्वास के रूप में हमारे भीतर प्रकट होता है। उन्होंने कहा जब कोई लोहे के व्यवसाय में देश का टाटा बन सकता है और जूतों के व्यवसाय में देश में बाटा बन सकता है, तो हम भी आत्मविश्वास के साथ अपने कदम आगे बढ़ाएँ और जीवन में प्रगति के नये द्वार खोलें। अगर हम असम्भव में से अ हटा देते हैं तो जीवन का हर काम सम्भव हो जाएगा।
इस अवसर पर मुनि शांतिप्रिय सागर जी ने कहा कि कभी ये मत सोचिए कि आप कुछ नहीं हैं, कभी ये भी मत सोचिए कि आप ही सब कुछ हैं, पर हमेशा यह जरूर सोचिए कि आप कुछ तो हैं, जो बहुत कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि चलने की कोशिश कीजिए, दिशाएँ बहुत हैं, रास्ते पर बिखरे कांटों की परवाह मत कीजिए क्योंकि आपके साथ दुआएँ भी बहुत हैं। जब भगवान हमारे साथ हैं तो क्यों सोचें कि कौन हमारे खिलाफ है। याद रखें- क्यों भरोसा करें गैरों पर, जब हमें चलना हैं अपने ही पैरों पर।
धर्मसभा में वरिष्ठ पत्रकार-सम्पादक हिमांशु द्विवेदी, प्रकाशचंद सुराणा, पी.सी. मालू व कांकरिया परिवार के टोडरमल कांकरिया, सुरेश कांकरिया, विजय कांकरिया सहित कांकरिया परिवार के सभी सदस्य, प्रशांत तालेड़ा विशेष रूप से उपस्थित थे।