रायपुर। आज लोकसभा सांसद और नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी रायपुर पहुंचे। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नेताओं ने माना विमानतल पर उनका जोरदार स्वागत किया।
इस वजह से चर्चा में रहते है अधीर रंजन चौधरी-
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कहकर कांग्रेस की फजीहत कराने वाले के लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी की पहले भी कई बार जुबान फिसली है। इस बार राष्ट्रपति को लेकर दिए उनके बयान को लेकर सत्ता पक्ष के सांसदों को एक बार फिर से कांग्रेस को आड़े हाथों लेने का एक मुद्दा बैठे बिठाए ही मिल गया। हालांकि, उन्होंने भारी हंगामे के बाद कहा कि वो बंगाली हैं इसलिए उनसे ये चूक हो गई है। यदि इससे राष्ट्रपति को बुरा लगा है तो वो उनसे मिलकर माफी मांग लेंगे। आइये जानते हैं पहले कब-कब वो कांग्रेस के लिए अपने बयानों से भारी साबित हुए हैं।
जब केंद्र ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था तब सरकार ने अन्य देशों से मिल रही प्रतिक्रिया पर जवाब देते हुए कहा था कि ये भारत का आंतरिक मामला है। उस वक्त अधीर रंजन ने ये कहकर कांग्रेस को आफत में ला दिया था कि ये आंतरिक मामला कैसे हो सकता है जबकि 1948 से संयुक्त राष्ट्र इसको मानिटर कर रहा है। उस वक्त लोकसभा में मौजूद सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की तरफ इशारा कर पूछा था कि ये क्या कह रहे हैं।
नेशनल रजिस्टर आफ सिटिजन के मामले में भी चौधरी ने अपने बयान से कांग्रेस की किरकिरी कर दी थी। उन्होंने बयान देते हुए कहा था कि पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री बाहरी हैं। ये दोनों ही बाहर से आए हैं। उन्होंने कहा था कि भारत हिंदु और मुसलमान दोनों का है। मोदी जी शाह भी गुजरात से दिल्ली आए हैं और ये दोनों गैर कानूनी रूप से बाहरी व्यक्ति हैं।