रायपुर: एक नहीं 17 बार निकला वारंट, आरोपियों को गिरफ्तार करने से बच रही पुलिस
रायपुर (जसेरि)। लाखों रुपये लेकर मशीनों की आपूर्ति नहीं करने के मामले में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण फोरम ने करीब चार साल पहले ठगी के शिकार पीडि़त के पक्ष में फैसला सुनाते हुए आरोपितों को ब्याज समेत पैसा लौटाने का आदेश पारित किया था। इसके बावजूद आरोपितों ने न तो पैसा लौटाया और न ही फोरम के बुलावे पर हाजिर हो रहे हैं। इस दौरान फोरम ने एक नहीं 17-17 बार गिरफ्तारी वारंट जारी कर आरोपितों को हाजिर होने का आदेश दिया, लेकिन खम्हारडीह थाना पुलिस एक बार भी वारंट को तामील नहीं करा पाई। पीडि़तों का आरोप है कि दबाव में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। राजधानी के कबीर नगर फेस वन निवासी प्रतिभा यादव पति हरिशंकर यादव ने तीन साल पहले हाट प्रेस मशीन, पैनल, वेक्यूम प्रेस, ग्लू स्प्रेडर आदि मशीनें खरीदने के लिए सीएम हाउस के सामने संचालित एक निजी दफ्तर के संचालक सचिन महापात्रे से संपर्क किया। सचिन और उसकी बुआ कविता महापात्रे से बातचीत करने पर वे मशीन आपूर्ति करने को तैयार हो गए। इसके बाद प्रतिभा ने बैंक से लोन लेकर करीब 13 लाख रुपये दोनों को दे दिए, लेकिन मशीनों की आपूर्ति नहीं कर दोनों ने मिलकर पूरे पैसे दबा लिए। प्रतिभा ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की, पर रिपोर्ट नहीं लिखी गई, तब परेशान होकर प्रतिभा ने उपभोक्ता फोरम का सहारा लिया। फोरम ने 16 अक्टूबर, 2018 को प्रतिभा के पक्ष में फैसला सुनाया कि पूरे पैसे ब्याज समेत लौटाए, लेकिन अब तक आरोपितों ने पैसा नहीं लौटाया।