बिहार

प्रेमी के साथ गई पत्नी, पति ने अन्न-जल छोड़ा

Harrison
5 Aug 2023 9:47 AM GMT
प्रेमी के साथ गई पत्नी, पति ने अन्न-जल छोड़ा
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बिहार | लहेरी गांव में एक पति ने पत्नी के वियोग में 20 दिनों से अन्न जल छोड़ दिया. जब स्थिति गंभीर होने लगी तो परिजन उसे पीएचसी में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बीमार पति को जबरन पेय पदार्थ देने की बात कह कर घर ले जाने की सलाह दी.
लहेरी निवासी राम सिंहासन राम का 22 वर्षीय पुत्र हरदेव राम की पत्नी सविता देवी दो बच्चों को लेकर प्रेमी संग फरार हो गई. इस घटना से मर्माहत हरदेवराम ने भोजन और पानी छोड़ दिया.10 दिनों का समय बीत गया उसके बावजूद भी वह जल तक ग्रहण नहीं किया तब परिवार के लोगों को चिंता सताने लगी. परिजनों ने बताया कि पेयजल और दूध और शरबत पिलाने पर वह दातों को बंद कर लेता था. जिसके वजह से उसे पेयजल भी नहीं पिलाया गया. 20 वें दिन जब इसकी स्थिति बिगड़ने लगी तो उसे पीएचसी में लाया गया. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के तहत गुलकोज व ग्लूकोज व विटामिन नशों में चढ़ाई. उसे घर ले जाकर जबरन पेय पदार्थ पिलाने और भोजन देने की बात कही.
हड़ताल का असर इंद्रधनुष अभियान की तिथि बढ़ी
जिले में शुरू होने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान निर्धारित तिथि के एक सप्ताह बाद यानी 11 सितंबर से प्रारंभ की जाएगी. आशा की हड़ताल से सर्वे काम अधूरा रहने के कारण तिथि में बदलाव किया गया है. अधूरे सर्वे कार्य को पूरा कराने में विभाग लगी है.
मिशन इंद्रधनुष के तहत अभियान चलाकर गर्भवती महिलाओं व बच्चों को 11 तरह के टीके लगाये जाते हैं. जो 12 तरह की बीमारियों से रक्षा करते हैं. इसमें अहम भूमिका आशा की होती है. लेकिन, विगत 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर आशा के जाने से अभियान के पूर्व कार्य अधूरा रहा गया है. सर्वे नहीं हो सका है. ऐसे में विभाग ने परेशानियों को देखते हुए अभियान के शुभारंभ की तिथि बदली है. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर कहा है कि मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान का प्रथम चरण अब 11 से 16 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा. वहीं, द्वितीय चक्र आगामी नौ अक्टूबर से 14 अक्टूबर तथा तृतीय चक्र 27 नवंबर से दो दिसंबर तक चलेगा. डीआईओ डॉ. आरकेपी साहू ने बताया विभागीय निर्देश के अनुसार मिशन इंद्रधनुष अभियान 11 सितंबर से शुरू होगी. अभियान को ले तैयारियां चल रही थी. परंतु आशा की हड़ताल की वजह से सर्वे का काम नहीं हो सका है. अभियान को सफल बनाने के लिए सर्वे करना बहुत जरूरी है.
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