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बिहार म्यामांर में क्रिप्टो कंपनी के बंधक से छूटे रवि प्रताप और अविनाश थाईलैंड में वीजा मिलने का इंतजार कर रहे है. दोनों फिरौती के लिए आठ लाख रूपये चुकाने के बाद थाईलैंड में आ गये हैं. एम्बेंसी खुलने के बाद वीजा मिलने की उम्मीद है.
सभी युवकों को विजिट वीजा पर थाईलैंड में भेजा गया था. वहां पहुंचने के बाद वर्क वीजा लगाने का भरोसा दिया था. थाईलैंड में पहुंचने पर जबरन म्यामांर में भेज दिया गया. वहां साईबर से जुड़े गलत काम का विरोध करने पर बंधक बना लिया गया. रवि प्रताप ने परिजनों को म्यांमार में प्रताड़ित करने की जानकारी परिजनों को दिया था. जिसके बाद वहां कंपनी के द्वारा मांगे जा रहे चार लाख रूपये को देकर घर बुलाने की बात कहा था. रवि प्रताप और अविनाश के साथ म्यामांर स्थित कंपनी से नौ युवक थाईलैंड पहुंचे है. रवि प्रताप के परिजनों ने बताया की उसके साथ मुंबई,दिल्ली के चार,यूपी के तीन लोग थाईलैंड के सीमा क्षेत्र में पहुंचे है. म्यांमार में अभी भी मैरवा के दो युवक फंसे हुए है. वाहिद के साथ एक युवक को अभी भी थाईलैंड पहुंचने का इंततार है. दोनों के परिजन पैसे के अभाव में वापस नहीं बुला पा रहे हैं. म्यामांर से वापस भेजने के लिए पैसा मंगाने वाली कंपनी बड़ी चालाकी से युवकों के फोन पे और अन्य तरीके से भारतीय रूपये मंगा रही है. इसके बाद वहां लोकल करेंसी में कनर्वट कराकर रूपया लिया जा रहा है. जिससे कंपनी फिरौती के लिए मांगे जा रहे रूपये से अपने का बचा सके. युवकों के परिजन किसी तरह अपने बेटे और रिश्तेदार को वापस बुला रहे हैं. पैसा भेजने में देरी करने पर उनको प्रताड़ित किया जा रहा है. म्यांमार में फंसे दोनों युवक के परिजन उनके सकुशल वापसी के लिए जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे है. वाहिद परिजन दो दिन से उससे बात नहीं होने से परेशान है.
Admin4
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