गया। बिहार के गया जिलें में बीते दिनों जमुने नदी पर बेलागंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर-दिघौरा के निर्माणाधीन पुल के निर्माण कार्य में लगे कंपनी से भाकपा माओवादी के नाम पर मांगी गई रंगदारी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों के सख्त निर्देश पर बेलागंज पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान में कॉल रिकॉर्ड के माध्यम से कोंच थाना क्षेत्र से दो कथित नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। बेलागंज और कोंच थाना की पुलिस के संयुक्त कार्रवाई में कोंच थाना क्षेत्र के खैरा गांव से मनोज यादव और पीताम्बर बिगहा गांव से विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया है। थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि बीते 09 अक्टूबर को रियल एडवांस स्ट्रक्चर इंटरप्राइजेज प्रा.लि. के निदेशक मुकेश कुमार ने लिखित आवेदन में 28 सितंबर की रात जमुने नदी पर लक्ष्मीपुर दिघौरा पुल निर्माण के बेस कैंप पर रह कर्मियों के साथ अज्ञात लोगों ने मारपीट कर मोबाइल छीन लिया था और भाकपा माओवादी के नाम पर रंगदारी की मांग को लेकर पर्चा छोड़ा था। कंपनी के द्वारा रंगदारी की राशि जमा नही की गई थी। इसके बाद 03 और 04 अक्टूबर को कंपनी के कर्मचारी अमानुल्लाह के फोन पर रंगदारी की मांग की गई।
कंपनी की ओर से प्राथमिकी में कितना रंगदारी की मांग की गई है। इसका खुलासा नहीं हुआ है। फोन करने वाला अपना नाम प्रतिबंधित माओवादी संगठन टीपीसी का रणविजय बताया था। कथित माओवादी से हुए बातचीत को कंपनी का कर्मचारी अमानुल्लाह ने अपने फोन में रिकॉर्ड कर ऑडियो क्लिप पुलिस को दी थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने अमानुल्लाह के द्वारा दिए ऑडियो क्लिप को जिले के सभी थाना के थानाध्यक्षों को भेजकर बात करने वाले की आवाज की पहचान कराई गई। इसमें कोंच थानाध्यक्ष ने दोनों की पहचान कोंच थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी मनोज यादव और पीताम्बर बिगहा गांव के विकास कुमार के रूप में किया। इसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम का गठन कर बेलागंज और कोंच थाना की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया हैं।