बिहार

नदी किनारे मिले बाघ के निशान, लोगों में डर का माहौल

Shantanu Roy
24 Oct 2022 11:20 AM GMT
नदी किनारे मिले बाघ के निशान, लोगों में डर का माहौल
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बड़ी खबर
गोपालगंज। गोपालगंज में गंडक नदी किनारे बाघ का पंजे के निशान मिलने से आस पास के इलाके में सनसनी फैल गई है। वहीं, सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुँचकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल ग्रामीणों में भय का माहौल है। वन विभाग की टीम और स्थानीय प्रशासन रविवार रात जाल लेकर गांव में पहुंची। लेकिन रात अधिक होने की वजह से बाघ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया गया। हालांकि वन विभाग व स्थानीय कुछ लोगों द्वारा फिशिंग कैट या की भी संभावना जताई। घटना जिले के बैकुंठपुर प्रखण्ड फौजुलापुर की है। दरअसल, बगहा में पिछले माह बाघ द्वारा 9 को शिकार बनाने के बाद लोगों में ख़ौफ़ का माहौल था। जहां प्रशासन और वन विभाग द्वारा ऑपरेशन चलाकर बाघ को मार दिया गया। लेकिन अब गोपालगंज जिले के दियरा इलाके में भी बाघ के चहल कदमी करने की बात सामने आई है। जिसके बाद आस पास के इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों में भय का माहौल है। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग व स्थानीय प्रशासन को सूचित किया गया। स्थानीय लोगों की माने तो रात के अंधेरे में बाघ की चहलकदमी दिखी। वहीं गंडक नदी के किनारे पंजे का निशाना भी देखा गया। इसके बाद वन विभाग और पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के रेंजर के साथ स्थानीय बीडीओ अशोक कुमार, थानाध्यक्ष धनंजय राय समेत पर्याप्त संख्या में पुलिस बल पहुंच गए। टीम ने चारों तरफ जाल का घेरा बनाकर टॉच की रोशनी में बाघ के पंजों की जांच शुरू कर दी। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी बाघ दिखने की पुष्टि कर रहे हैं। इस संदर्भ में बैकुंठपुर थानाध्यक्ष धनंजय राय ने बताया कि रात होने की वजह से वन विभाग की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं कर सकी लेकिन सुबह में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जिस जगह पर बाघ के पंजे के निशान मिले थे उसके आधार पर वन विभाग की टीम आगे तक बढ़ती गई। लेकिन सफलता अब तक हाथ नहीं लग सका है। वन पदाधिकारी राम सुंदर एम ने कहा कि रेंजर की टीम लगी हुई है। पग चिन्ह नहीं मिला है, रात होने की वजह से दिक्कतें हो रही है।प्रथम दृष्टया फिशिंग कैट का है बावजूद जांच की जा रही है। वही डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने मामले में वन विभाग को स्पॉट की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। इधर, डीएम ने कहा कि ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासन अलर्ट है। ग्रामीणों ने आशंका जतायी है कि गंडक नदी के रास्ते बाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट से बाघ इलाके में आया होगा, हालांकि जब तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाती या फिर बाघ पकड़ा नहीं जाता तब तक कुछ भी कहना स्पष्ट नहीं होगा।
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