दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर शशिनाथ झा को बुधवार की देर शाम गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी पटना हाईकोर्ट में सदेह हाजिर नहीं होने के कारण हुई है। दरअसल, बताया जा रहा है कि अलीनगर प्रखंड स्थित सर्वजीत उपशास्त्री महाविद्यालय, लहटा में नियुक्ति मामले में पटना हाइकोर्ट में केस चल रहा था। इसी मामले में कुलपति को हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित होना था।
पुलिस ने कुलपति को उनके आवास से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद कुलपति को पटना ले जाया जा रहा है। इस संबंध में एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि कुलपति को 20 जुलाई को किसी मामले में पटना हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित होना था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद हाइकोर्ट ने कुलपति के खिलाफ जमानतीय वारंट जारी कर दरभंगा पुलिस को उन्हें 21 जुलाई को पटना हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित करने का आदेश जारी किया।
हाइकोर्ट के इस आदेश पर कुलपति को बुधवार की रात करीब नौ बजे विश्वविद्यालय थाना प्रभारी ने उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। कुलपति को 21 जुलाई को हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित करने के लिए पटना ले जाया गया है।
पेंशन का भुगतान नहीं होने पर किया है केस
अलीनगर प्रखंड के सर्वजीत उपशास्त्री महाविद्यालय, लहटा के प्रधानाचार्य प्रो. अमित चंदन ने कहा कि पूरा मामला पेंशन भुगतान से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कॉलेज के पूर्व कर्मचारी स्व. रमेश चंद्र झा के पेंशन का भुगतान नहीं होने पर उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी ने पटना हाइकोर्ट में केस किया था। इसी मामले में हाइकोर्ट ने कुलपति को सदेह हाजिर होने को कहा था।
प्रो. चंदन ने कहा कि पूर्व प्रधानाचार्य सुशील कांत झा ने अभी तक मुझे चार्ज नहीं दिया है। सारी फाइलें भी वे अपने घर पर ही रखे हुए हैं। इसी वजह से पेंशन भुगतान सहित अन्य कार्यों को निबटाने में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। कॉलेज के सचिव की ओर से कई बार पत्र लिखने के बावजूद उन्होंने अब तक चार्ज नहीं दिया है।
वहीं कुलपति डॉ. शशिनाथ झा ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लहटा कॉलेज के अवकाशप्राप्त कर्मी के पेंशन भुगतान मामले में हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित होना था। विभिन्न कारणों से उपस्थित नहीं होने पर यह कार्रवाई की गई है। 21 जुलाई को हाइकोर्ट में सदेह उपस्थित होंगे।