बिहार

उसी स्कूल में पढ़ बेटा बना दरोगा, जिस स्कूल में मां करती है रसोइया का काम

Admin4
22 July 2022 6:20 PM GMT
उसी स्कूल में पढ़ बेटा बना दरोगा, जिस स्कूल में मां करती है रसोइया का काम
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जहानाबादःBihar News: कहते हैं कि मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है. पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखण्ड के मलाठी पंचायत के एक युवक ने ये साबित किया है कि मेहनत और जज्बा हो तो गरीबी आपके सपनों के आड़े नहीं आती है. पंचायत के गंगासागर गांव में रहने वाले अमरजीत कुमार की मां जिस स्कूल में खाना बनाने का काम करती है, उसी स्कूल से पढ़ाई करके उसने दरोगा की परीक्षा में सफलता पाई है.

गांव में खुशी का माहौल

अमरजीत की मां रेखा देवी मलाठी गांव के उत्क्रमित उर्दू मध्य उच्च विद्यालय में सरकारी स्कूल में खाना बनाती है. रेखा देवी जिस स्कूल में खाना बनाने का काम करती है. अमरजीत ने उसी स्कूल प्रारंभिक शिक्षा हासिल की है. बेहद गरीब परिवार से आने वाले अपने मेहनत के बदौलत ये सफलता हासिल की है. अमरजीत कुमार की सफलता के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है.

अमरजीत से प्रेरणा लेने की जरूरत

वहीं, अमरजीत कुमार की मां जिस स्कूल में खाना बनाती है उस स्कूल के प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह ने अमरजीत कुमार को सम्मानित किया है. इस मौके पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि यहां कार्यरत रसोइया का बेटा अमरजीत ने प्रारंभिक शिक्षा उत्क्रमित उर्दू मध्य उच्च विद्यालय से हासिल की है. प्रधानाध्यापक जितेंद्र कुमार ने कहा के अमरजीत को सम्मान करने का हमारा मकसद ये है कि अमरजीत को देख कर हमारे विद्यालय के दूसरे बच्चे भी प्रेरणा लें और अमरजीत से अगर एक बच्चा भी प्रेरित होकर आगे बढ़ता है तो मैं समझूंगा हमारा मेहनत सफल हो गया. शिक्षकों ने उनकी मां रेखा देवी से पूछा की अब आपका बेटा दरोगा बन गया है तो अब उन्हें रसोइया का काम छोड़ देना चाहिए. जिसके बाद माँ ने बताया के इसी काम के बदौलत उनके बेटे ने ये मुकाम हासिल किया है और वो इस काम को नहीं छोड़ेंगी. उन्होंने बताया की उनका एक छोटा बेटा भी है जिसे पढ़ा कर वह अफसर बनाना चाहती हैं.

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