बिहार
डेंगू के विभिन्न स्तरों पर लोगों को जागरूक करने की मुहिम में जुटा है विभाग
Shantanu Roy
27 Oct 2022 5:43 PM GMT
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किशनगंज। जिले में डेंगू के मामले अभी स्थिर हैं। इस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर विभागीय प्रयास जारी है। पीएचसी स्तर पर डेंगू की जांच व इलाज का इंतजाम उपलब्ध कराया गया है। सदर अस्पताल में 10 एवं माता गुजरी मेडिकल कॉलेज में 15 बेड क्षमता वाला विशेष डेंगू वार्ड संचालित किये जा रहे हैं। जिले में अब तक 06 डेंगू मरीजो की पहचान की गयी है जिसका इलाज घर में ही चल रहा है एवं इलाज में जिसकी सेहत में सुधार होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने चैन की सांस ली है। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी अलर्ट के बाद जिला स्वास्थ्य समिति ने डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों की निगरानी कर रहा है। संक्रमित सभी मरीजों को नियमित रूप से फॉलोअप किया जा रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग एहतियाती उपायों पर जोर दे रहा है। संभावित मरीजों की खोज व समुचित इलाज पर विभाग की निगाहें टिकी हुई है। इसे लेकर हर स्तर पर जरूरी प्रयास जारी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम की देखरेख में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कुल 500 से अधिक डेंगू जांच किट उपलब्ध कराया गया है।
डेंगू से संबंधित मामलों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर में जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के निर्देश पर प्रभावित इलाके में प्राथमिकता के आधार पर फॉगिंग का कार्य संचालित किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग का जिम्मा जहां स्वास्थ्य विभाग संभाल रहा है। वहीं नगरीय इलाकों में फॉगिंग कार्य में नगर प्रशासन से अपेक्षित सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव को लेकर जरूरी एहतियाती उपायों पर अमल जरूरी है। इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजिम ने बताया की डेंगू मरीज मिलने के बाद प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर नजदीक के 500 से अधिक घरों में फॉगिंग किया जा चुका है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि डेंगू मरीजों की संख्या स्थिर है। लगातार बुखार की शिकायत रहने व कमजोरी महसूस होने पर नजदीकी सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच के लिये आम लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। ग्रामीण चिकित्सा संस्थानों में विशेष सत्र आयोजित करते हुए स्थानीय लोगों को डेंगू के खतरे व बचाव संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने डेंगू मरीजों को अधिक से अधिक पानी, ओआरएस घोल, नींबू पानी, नारियल पानी का सेवन करने की सलाह उन्होंने दी। इसके अलावा उन्होंने अधिक से अधिक प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी है।
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