न्यूज़क्रेडिट: आजतक
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष एक रहेगा. उन्होंने कहा कि लालू यादव, सोनिया गांधी, सीताराम येचुरी और डी राजा धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने वालों के सामने कभी नहीं झुके.
उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई को डराने-धमकाने का टूल बना दिया गया है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. हम टिकाऊ हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां पिछड़ों और दलितों की हैं. ये लोग (बीजेपी) रीजनल पार्टियों को खत्म करना चाहते हैं.
वहीं जब डिप्टी सीएम ने बिहार में जंगलराज को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जंगलराज तो केंद्र में है, जहां सांसद तक चूं नहीं कर सकता. उन्होंने आंकड़े देखिए कि बिहार कहां है और दिल्ली कहां है, जहां पीएम रहते हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा- नीतीशजी ने हम पर और हमने उन पर आरोप लगाए लेकिन वो सब घर की बात थी. अब देशहित में हम सब साथ हैं. नीतीशजी ने मेरे लिए कहा था- बाबू बैठ जाओ जो प्यार था और उन्होंने यह भी कहा था कि यह मेरे भाई सामान दोस्त का बेटा है.
बीजेपी को हम रोजगार के मुद्दे पर खींच लाए
तेजस्वी ने गिरिराज सिंह के ट्वीट का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी अब हमसे पूछ रही है कि रोजगार का क्या होगा यानी उनको हम मुद्दे पर ले आए हैं. उसने जब 10 लाख रोजगार देने के वादे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि रोजगार पर जो हमने कहा है वह होगा बस इंतजार का थोड़ा मजा लीजिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया हमसे रोजगार के बारे में सवाल पूछते रहे हैं, अच्छी बात है, लेकिन जिन्होंने (बीजेपी) 8 साल में 16 करोड़ और हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, उनसे आप सवाल नहीं पूछते.
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया था कि तेजस्वी यादव ने 2020 में कहा था कि हम आएंगे तो 10 लाख नौकरी देंगे. जब उनसे पूछा गया कि अब आप आ गए हैं तो 10 लाख नौकरी का क्या होगा? तो तेजस्वी यादव कहते हुए नजर आते हैं कि देखिए अभी तो हम मुख्यमंत्री नहीं बने हैं, मैंने कहा था कि जब हम मुख्यमंत्री बनेंगे तब नौकरी देंगे.
येचुरी, डी राजा और सोनिया से मिले तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को दिल्ली में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की.
इसके बाद उन्होंने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया-'दोनों प्रमुख वामपंथी नेताओं से देश और राज्य की वर्तमान सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक परिस्थितियों पर सकारात्मक चर्चा हुई. लोकतंत्र की जननी बिहार ने फिर से देश को दिशा दिखाई है.'
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा-हमारा संविधान और लोकतंत्र खतरे में है. बीजेपी ने हिंदू और मुसलमानों को लड़ाने का काम किया है