बिहार का एक अस्पताल ऐसा है जहां मरहम-पट्टी तक कराने के लिए घूस लिए जा रहे हैं. इस अस्पताल में कर्मी कैश नहीं रहने पर फोन पे के माध्यम से घूस लेते हैं. मामला सहरसा सदर अस्पताल का है. यहां मंगलवार को बच्ची के ड्रेसिंग के नाम पर अस्पताल कर्मी ने घूस में 30 रुपये की मांग की. परिजनों ने जब पैसा नहीं होने की बात कही तो स्वास्थ्य कर्मी ने फोन पे से पैसा ट्रांसफर करने को कह दिया. यह मामला अब डीएम के पास पहुंच गया है. शिवपुरी वार्ड नं 13 निवासी कुंदन यादव ने डीएम को आवेदन देकर कारवाई की मांग की है.
कुंदन ने बताया कि उनकी तीन वर्षीय पुत्री दिव्या राज मंगलवार को बेड से नीचे गिर गई. इससे उसका सिर फट गया. वह पुत्री को को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक ने उसे देखकर ड्रेसिंग करवाने की सलाह दी. ड्रेसिंग करवाने के लिए जब वे ओटी कक्ष में गए तो वहां मौजूद कर्मी गोरीशंकर ने उनसे पहले खर्चा मांगा, इसके बाद ड्रेसिंग करने की बात कही. कुंदन ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं. कर्मी ने अपना पे फोन का नंबर देते हुए कहा कि आप इस पर रुपये भेज दीजिए. मजबूरी में उन्होंने फोन पर 30 रुपए भेज दिया. इसके बाद उसने बच्ची का ड्रेसिंग किया.
कुंदन कुमार ने बताया कि इस मामले की जानकारी उन्होंने अस्पताल प्रबंधक को भी दिया. उन्होंने बताया कि उनके सामने जो भी मरीज ड्रेसिंग करवाने आए, सभी मरीजों से भी रुपए की मांग की गई. ड्रेसिंग के बाद अस्पताल में उन्हें दवाई तक नहीं दी गई. इसके बाद इस पूरे मामले को लेकर डीएम से शिकायत की है. उन्होंने बताया है कि पुत्री के इलाज के दौरान उनके साथ भाकपा माले नेता नईम आलम, मिंटु पासवान, सागर कुमार शर्मा भी मौजूद थे. वहीं सदर अस्पताल के प्रबंधक चंचल ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद उक्त कर्मी को सिविल सर्जन किशोर कुमार मधुप के द्वारा निलंबन कर दिया गया है.