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बिहार। जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के बाला गांव में अचानक छह लोगों की मौत के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने इस कांड का खुलासा कर दिया है. मुजफ्फरपुर व कोलकाता से मंगाई गई स्प्रिट ही मौत की वजह बनी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कांड के स्प्रिट के मुख्य सप्लायर दरौंदा थाना क्षेत्र के बेलदारी निवासी संदीप चौहान और उसके भाई दीपक चौहान ने बाला गांव के मंटू बिंद व उसके भाई सुरेंद्र बिंद को स्प्रिट गांव के ही पांच लोगों को बांटने और पीने के लिए दिया था. इसके बाद इसे पीने से धुरेंद्र बिंद सहित एक अन्य की मौत हो गयी. मंटू शराब मामले में पहले भी दो बार जेल जा चुका है.
दरौंदा के संदीप व सुरेंद्र ने बाहर से स्प्रिट मंगाकर की थी सप्लाईबताया गया कि संदीप व दीपक सेनेटाइजर बनाने के नाम पर इथेनाल कंपनी से स्प्रिट मंगवाते थे. संदीप चौहान और उसके भाई दीपक चौहान के घर पर छापेमारी की गयी.
इस दौरान घर पर रखे 50 लीटर स्प्रिट जैसा पदार्थ व एक बोरा में फिटकरी बरामद किया गया है. पुलिस ने दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ने बीते 18 जनवरी को ही मुजफ्फरपुर व कोलकाता से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से स्प्रिट की खेप मंगवायी थी.बताया गया कि पुलिस ने इस कांड का अनुसंधान करते हुए ट्रांसपोर्टर दिनेश तिवारी को भी गिरफ्तार कर लिया है. दिनेश तिवारी नगर थाना क्षेत्र के आर्दश नगर के निवासी बताए जा रहे हैं. वहीं, एक अन्य सहयोगी नीरज दूबे को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो उत्तर प्रदेश के भदोही जिले का रहनेवाला है.
सीआईडी के डीआईजी व एफएसएल की टीम रवाना मिली जानकारी के अनुसार, बाला गांव की घटना को लेकर डीआईजी (सीआईडी) व एफएसएल की टीम भी मौके पर रवाना हो चुकी है. टीम मौके पर पहुंचकर मामले की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी. बताया गया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच बारीकी से करायी जा रही है.
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