पटनाः अग्निपथ आर्मी भर्ती योजना के तहत विभिन्न संगठनों द्वारा आज भारत बंद का आवाहन किया गया है. लेकिन इसका असर आज बिहार में ना के बराबर देखने को मिल रहा है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार (ADG Jitendra Singh Gangwar) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि प्रदेश की पुलिस बंद के दौरान काफी अलर्ट है और हर जिले चौकसी बढ़ा दी गई है. बिहार में पिछले 4 दिनों में हुई तोड़फोड़ और आगजनी के खिलाफ 159 लोगों पर एफआईआर (Action Against Protester Of Agnipath Scheme) दर्ज की गई है. साथ ही कुल 877 लोगों की गिरफ्तारी भी किया गया है.
अलर्ट पर बिहार पुलिसः बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक भारत बंद के मद्देनजर बिहार पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. इसके लिए महिला पुलिस जवान कि क्यूआरटी (QRT) टीम के अलावा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की पैकिंग कंपनियों को और अर्धसैनिक बल की 15 कंपनियों को लगाया गया है. पूरी तरह से मामला शांतिपूर्ण बना हुआ है. पुलिस कर्मियों द्वारा सभी असामाजिक तत्वों पर नजर बनाई गई है. जरूरत पड़ी तो ऐसे लोगों पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
"जो भी शरारती तत्व हैं, जिनके ऊपर एफआईआर दर्ज हुई और उनकी गिरफ्तारी हुई है. उन्हें भविष्य में किसी भी तरह का लाभ नहीं मिल सके इसकी पूरी तैयारी की जा रही है. इसके साथ-साथ उनके कैरेक्टर सर्टिफिकेट पर दाग लगेगा, भविष्य में उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल सके. 4 दिनों के दौरान हुई तोड़फोड़ और आगजनी के खिलाफ 169 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही कुल 877 लोगों की गिरफ्तारी भी किया गया है"- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी
हिंसक प्रदर्शन पर पुलिस मुख्यालय सख्त: आपको बता दें कि अग्निपथ आर्मी भर्ती योजना को लेकर बिहार में सेना की तैयारी करने वाले छात्रों द्वारा पुरजोर विरोध किया गया था. इसी दौरान उपद्रवियों ने बिहार के कैमूर, छपरा, गया, नालंदा, लखीसराय, रोहतास आरा, बक्सर, मसौढ़ी और बेतिया समेत कई जिलों में ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था तो कई ट्रेनों को आग के हवाले भी किया गया था. पुलिस पर पथराव तक किए गए थे. पूरे घटनाक्रम को लेकर अब बिहार पुलिस मुख्याल वीडियो रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी के माध्यम से उपद्रव करने वाले छात्रों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है.