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नालंदा के सिलाव थाना क्षेत्र में खून का बदला खून से लिए जाने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शुक्रवार को कुर्थौल गांव के सोनबरखा खंधा स्थित कुएं से एक सड़ी गली लाश बरामद की है. शव बोरे में पैक था. उसके हाथ-पैर बंधे थे. गले पर रस्सी का गहरा काला निशान है. जिससे अपहरण के बाद गला घोंटकर हत्या होना प्रतीत हो रहा है. साक्ष्य छिपाने की मंशा से हत्यारों ने शव को बोरे में पैक कर खंधा के कुआं में फेंक दिया. मृतक सिलाव के सिकंदरा गांव निवासी स्व. तेतर रविदास के (43) वर्षीय पुत्र रामकृष्ण रविदास है. परिजन हत्या के प्रतिशोध में वारदात का आरोप लगा रहे हैं. मृतक भूमि की खरीद बिक्री का काम करते थे. शव मिलने के बाद गांव में परिवार की चीख पुकार गूंज रही है.
घर से जबरन उठाकर ले गया
मृतक के पुत्र विकास कुमार ने बताया कि 5 अगस्त को गोपाल यादव, पंकज यादव अपने सहयोगियों के साथ पिता को जबरन घर से उठाकर ले गया था. उसके बाद से पिता नहीं लौटें. घटना के पूर्व उसी दिन मोतिया बिगहा निवासी सुबोध यादव की राजगीर में लाश मिली थी. उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी. मृतक के परिजन पिता पर हत्या का आरोप लगा रहे थे.
बदमाशों ने हत्या के प्रतिशोध में उनके पिता को अगवा कर मार डाला. शव पूरी तरह सड़ चुकी थी. उसमें कीड़े लगे थे. इलाके में तेज दुर्गंध फैली थी. तब ग्रामीणों ने कुएं में झांककर देखा तो उन्हें पानी में उपलाया बोरा मिला. बोरा निकालने पर उससे लाश निकली. परिजनों ने बताया कि अपहरण के दिन ही उन लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को देकर केस दर्ज करवाया था. मगर पुलिस अपहृत को तलाश करने में संजीदगी नहीं दिखाई.