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पटना : गांधी मैदान में बुधवार की शाम रावण का पुतला जलाया गया.
कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान श्रीराम औऱ उनके छोटे भाई लक्ष्मण की आरती उतारी.
इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री विजय चौधरी के साथ बिहार सरकार के कई मंत्री
भी मौजूद रहे. यह कार्यक्रम दशहरा कमेटी के तत्वावधान में राजधानी के गांधी मैदान में किया गया.
दहन से पहले गिर गया था रावण का पुतला
खराब मौसम के कारण रावण वध के पहले पुतला गांधी मैदान में गिर गया.
बताया जाता है कि बीते दिन राजधानी पटना में हुई बारिश के कारण मिट्टी गीली हो गई थी,
और तेज हवा के कारण रावण पुतला जमीन पर टिक नहीं पाया,
जिसके कारण रावण का पुतला गिर गया. लेकिन आयोजकों ने इसे फिर से खरा किया
जिसके बाद रावण का पुतला दहण किया गया.
दो साल बाद हुआ रावण दहन का कार्यक्रम
दशहरा कमेटी के लोगों ने बताया कि कोरोना के कारण दो साल के बाद गांधी मैदान में
रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस साल कार्यक्रम में राज्य भर से लाखों लोगों शामिल हुए.
राजधानी पटना के विभिन्न इलाकों से भ्रमण करने के बाद श्रीराम एवं लक्ष्मण की झांकी गांधी मैदान में प्रवेश की.
झांकी के आगमन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भगवान श्रीराम एवं भ्राता लक्ष्मण की
आरती उतारी. इसके बाद रावण वध समारोह शुरू किया गया.
रावण का पुतला: दो मंजिल की बनाई गई सोने की लंका
दशहरा कमेटी से जुड़े लोगों ने बताया कि गांधी मैदान में इस वर्ष 70 फीट के रावण के पुतला का दहन किया गया.
वहीं 65 फीट का मेघनाद एवं 60 फीट का कुंभकरण का पुतला का दहन किया गया.
पुतला का निर्माण गया के कुशल कलाकारों द्वारा किया गया. कपड़ा, बांस, कागज, रस्सी आदि से पुतला का निर्माण गांधी मैदान में ही किया गया. इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाली सोने की लंका दो मंजिल की बनाई गई. उसे भव्य तरीके से सजाया गया है. लंका के अंदर ही अशोक वाटिका का निर्माण किया गया है, जहां सीता जी को बैठाया गया.
सोर्स - 22scope.com
Rani Sahu
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