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दरभंगा। बिहार के दरभंगा जिले के कमतौल में शराब की खेप उतारने से रोकने के कारण शराब माफियाओं द्वारा पूर्व चौकीदार प्रमोद की गोली मारकर हत्या कर दिये जाने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने एसएच-75 को बांस-बल्ला से जाम कर दिया. लोग अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. इसमें स्थानीय समेत आस-पास के गांव के भी लोग शामिल थे. सड़क जाम के कारण आठ घंटे से अधिक समय तक मुख्य सड़क पर आवागमन अवरुद्ध रहा. इस दौरान बाइक व तीन पहिया वाहन चालक वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेते रहे.
प्रमोद माधोपट्टी पंचायत के चौकीदार पद से सेवानिवृति हुए थे. अभी इनका पुत्र राहुल पासवान माधोपट्टी के चौकीदार हैं. बताया गया है कि शराब लदी मिनी पिकअप दरभंगा की ओर से आयी थी. वहां दो युवक की देखरेख में शराब को ठिकाना लगाया जा रहा था. मना करने पर उन्हीं युवकों द्वारा पूर्व चौकीदार को गोली मार दी गयी, जिससे उनकी मौत हो गयी है. इधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने शराब माफिया की पहचान कर ली है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वहीं, पोस्टमार्टम के बाद रविवार को शव गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो उठा.
बताया जाता है कि रात के सन्नाटे में फायरिंग की आवाज सुनकर मुहम्मदपुर में गश्ती कर रहे तीन चौकीदार राजू खतवे, नंद किशोर पासवान व राहुल पासवान घटनास्थल पर पहुंचे. शराब माफियाओं ने इनलोगों पर भी फायरिंग की. संयोग अच्छा था कि गोली हवा को चीरती हुई आगे निकल गयी. इनलोगों ने भागकर अपनी जान बचायी. शोर मचाकर लोगों को इकठ्ठा कर दिया. ग्रामीणों को जुटता देख माफिया शराब भरी मिनी पिकअप व बाइक छोड़ पैदल ही भाग खड़े हुए. इन चौकीदारों द्वारा घटना की सूचना थाने को दी गयी.
Admin4
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