न्यूज़क्रेडिट:आजतक
जनता दल यूनाइटेड के कभी राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे कद्दावर नेता आरपीसी सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नालंदा में अपने गांव मुस्तफापुर में इस्तीफा देने का ऐलान किया. जदयू के कोटे से केन्द्र में मंत्री रहे आरसीपी सिंह को कुछ वक्त पहले ही मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं दिया और उनका कार्यकाल खत्म हो गया था. इतना ही नहीं वो पार्टी में लंबे समय से उपेक्षित भी थे.
अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में उन पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. ये उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी.
मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह के सियासी भविष्य को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे. इसके बाद जब वह पटना पहुंचे तो उन्होंने साफ कर दिया कि पार्टी में उपेक्षा होने पर वह शांत नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा था- मैं जमीन का आदमी हूं, संगठन का आदमी हूं और संगठन में काम करूंगा.
अब उनका ये इस्तीफा एक अप्रत्याशित घटना है. देखना होगा कि जदयू और नीतीश कुमार के बिना क्या वह फिर बिहार की राजनीति में पहले जैसा मुकाम हासिल कर पाएंगे. नौकरशाह से राजनेता बने आरसीपी सिंह कभी नीतीश कुमार के राइट हैंड माने जाते थे. वो आगे कौन सी राह चुनेंगे, ये अभी बड़ा सवाल है.