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बिहार। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18 अक्टूबर को बिहार आ रही हैं. वह बिहार में चौथे कृषि रोड मैप का विधिवत शुरुआत करेंगी. सीएम नीतीश कुमार के आमंत्रण पर राष्ट्रपति बिहार आएंगी. बता दें कि मुख्यमंत्री ने इसी साल 1 अप्रैल से बिहार में चौथा कृषि रोड मैप शुरू किया है. अब इसका विधिवत शुरुआत करने के लिए राष्ट्रपति 3 दिवसीय दौरे पर बिहार आएंगी. गया और मोतिहारी में केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी.
बिहार में नीतीश कुमार ने 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद 2008 में पहला कृषि रोड मैप लागू किया था. 2012 में दूसरा कृषि रोड मैप लागू किया और 5 साल बाद 2017 में तीसरा कृषि रोड मैप लागू किया. 2022 में ही तीसरे कृषि रोड मैप की अवधि समाप्त हो गई थी, लेकिन सरकार ने एक साल उसकी अवधि और बढ़ा दी. इस साल चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत है, जिसका विधिवत उद्घाटन अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इस कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया था. पहले भी कृषि रोड मैप का राष्ट्रपति के हाथों शुरुआत होती रही है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों भी कृषि रोड मैप की शुरुआत हुई है. यह कार्यक्रम पटना के ज्ञान भवन में हो सकता है. हालांकि कृषि विभाग की ओर से आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार द्रौपदी मुर्मू बिहार आ रही हैं. तीन दिवसीय दौरा के दौरान दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. गया स्थित स्थायी परिसर में पहली बार सीयूएसबी का दीक्षांत समारोह का आयोजन 19 अक्टूबर को होगा. अपने दौरे के अंतिम दिन राष्ट्रपति 20 अक्टूबर को मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय जाएंगी. वहां भी महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी. जुलाई 2022 में राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह पहला बिहार दौरा है. इससे पूर्व राष्ट्रपति चुनाव के पहले बिहार आई थीं. अपने समर्थन में सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद सीएम नीतीश ने भी द्रौपदी मुर्मू से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें बधाई दी थी. द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद राजनीतिक परिदृश्य बदल गए थे. नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में एनडीए से नाता तोड़ लिया था और बिहार में महागठबंधन सरकार बनी.
पिछले दिनों G20 में आए अतिथियों के स्वागत के लिए राष्ट्रपति की ओर से भोज का आयोजन किया गया था, उसमें भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी. इसके बाद कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. अब राष्ट्रपति को बिहार आमंत्रित कर नीतीश कुमार क्या मैसेज देने की कोशिश करना चाह रहे हैं, यह तो देखने वाली बात होगी. बिहार में कृषि रोड मैप का कृषि उत्पादन पर असर पड़ा है. चावल और गेहूं के उत्पादन में बिहार देश में छठे. मक्का के उत्पादन में दूसरे, सब्जी के उत्पादन में तीसरे, शहद के उत्पादन में दूसरे, लीची के उत्पादन में प्रथम, आम के उत्पादन में चौथे, अमरूद के उत्पादन में पांचवें, केला के उत्पादन में छठे स्थान पर है. आज कृषि रोड मैप के कारण बिहार के कई कृषि उत्पादन देश ही नहीं देश के बाहर भी भेजे जा रहे हैं.
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