बिहार

पावर प्लांट को 8500 करोड़ का कर्ज मिलने का रास्ता साफ

Admin4
20 Oct 2022 5:26 PM GMT
पावर प्लांट को 8500 करोड़ का कर्ज मिलने का रास्ता साफ
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पटना. बक्सर के चौसा में 1320 मेगावाट क्षमता के बन रहे पावर प्लांट के लिए 8520.92 करोड़ रुपये का कर्ज मुहैया कराने का रास्ता साफ हो गया है. इस बाबत सोमवार को ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाली आरइसी लिमिटेड और पावर फाइनांस कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएफसी) ने एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक कर्ज मुहैया कराने के लिए समझौता किया है. इससे पहले 26 नवंबर, 2020 को कर्ज मुहैया कराने के लिए बातचीत हुई थी.
ब्याज दर को लेकर सहमति
लेकिन ब्याज दर को लेकर सहमति नहीं होने के कारण समझौता नहीं हो पाया था. इसके बाद आरइसी और पीएफसी के बीच ब्याज दर को लेकर कई दौर की बातचीत हुई और सालाना 8.60 फीसदी ब्याज दर पर कर्ज मुहैया कराने को लेकर 19 अक्टूबर, 2022 को समझौता किया गया. यह समझौता पीएफसी के सीएमडी आरएस ढिल्लन, एसजेवीएन के सीमडी एनएल शर्मा, आरइसी के डायरेक्टर फाइनांस अजय चौधरी, आरइसी टेक्नीकल के डायरेक्टर वीके सिंह और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया.
राज्य की आर्थिक और सामाजिक तरक्की होगी
इस मौके पर एसजेवीएन के सीएमडी एनएल शर्मा ने कहा कि चौसा पावर प्लांट के जून 2023 में शुरू होने से काफी हद तक बिहार की ऊर्जा जरूरत पूरी हो सकेगी और इससे राज्य की आर्थिक और सामाजिक तरक्की होगी. एसजेवीएन केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की एक मिनी रत्न कंपनी है. बक्सर में बन रहा पावर प्लांट ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट है और इसका निर्माण आधुनिक तकनीक से किया जा रहा है. इस योजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी और योजना का कुल अनुमानित लागत 12172.74 करोड़ रुपये है. इससे पैदा होने वाली 85 फीसदी बिजली बिहार को और शेष 15 फीसदी दूसरे राज्यों को मिलेगी.
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