अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत समस्तीपुर रेलवे मंडल के समस्तीपुर, दरभंगा समेत 12 स्टेशनों का कायाकल्प होगा। इन स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा जिसपर लगभग 1005 (एक हजार पांच) करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी इन स्टेशनों के कायाकल्प योजना का 6 अगस्त को दिल्ली से ऑनलाइन शिलान्यास करेंगे। इसको लेकर मंडल प्रशासन के द्वारा जोर शोर से तैयारी चल रही है। तैयारी का नेतृत्व डीआरएम विनय श्रीवास्तव कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत स्टेशनों पर अलग-अलग राशि खर्च की जाएगी। डीआरएम ने बताया कि पीएम के शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि अब यह सारे स्टेशन हवाई अड्डा की तरह दिखने लगेंगे। डीआरएम ने कहा कि इन स्टेशनों पर अगामी 45 सालों के विकास एवं यात्रियों की संख्या वृद्धि को ध्यान में रख कर योजना बनाई गई है, जिस पर कार्य किया जाएगा।
समस्तीपुर जंक्शन अब पांच मंजिल
रेलवे विभाग के अनुसार समस्तीपुर का पुराना भवन अब पांच मंजिला भवन में तब्दील होगा। हर वाहन के लिए अलग-अलग प्रवेश की व्यवस्थाएं होंगी। टैक्सी अथवा निजी वाहनों से आने वाले यात्री एलीवेटेड रोड से सीधा दूसरी मंजिल तक पहुंच सकेंगे। स्टेशन का हर कोना सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। जगह-जगह इनफॉर्मेशन डिस्प्ले और आधुनिक एनाउंसमेंट सिस्टम लगेगा। आग से निबटने के लिए अग्निशमन प्रणाली की समुचित व्यवस्था होगी।
इस वजह से इन स्टेशनों का होगा विकास
ऐतिहासिक होने के कारण मोतिहारी स्टेशन को विश्वस्तर का बनाया जा रहा है। दरभंगा को यात्रियों की संख्या को देखते हुए और सीतामढ़ी को धार्मिक स्थल होने के कारण विकसित करने का कार्य चल रहा है।
ट्रेन आने की घोषणा होने पर यात्री सीधा प्लेटफॉर्म पर उतर जाएंगे
इस योजना के तहत समस्तीपुर और दरभंगा में वर्तमान फुट ओवरब्रिज की जगह 120 फीट चौड़ा डिपार्चर कॉन्कोर्स बनाया जाएगा, ताकि टिकट और सिक्युरिटी जांच के बाद यात्री सीधा प्लेटफार्म पर जाने के बदले यहीं बैठकर ट्रेन का इंतजार करेंगे। पैदल और दोपहिया या ऑटो से आनेवालों को नीचे के रास्ते से जाना होगा। वहां से वह सीढ़ी, लिफ्ट व एस्कलेटर के जरिए डिपार्चर कॉन्कोर्स में जा सकेंगे। चार पहिया वाहन से आने वाले यात्री सीधे दूसरी मंजिल के लेवल पर ड्रॉप ऑफ जोन में उतरकर वहीं ऊपर के रास्ते से ही स्टेशन में प्रवेश कर सकेंगे। ट्रेन की घोषणा होने पर सीधे प्लेटफॉर्म पर उतर जाएंगे। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों के लिए दोनों छोरों पर अलग फुट ओवरब्रिज होगा, ताकि वे यात्री उससे बाहर जा सकें। ये यात्री चाहे तो सीधे मल्टी लेवल कार पार्किंग में भी जा सकेंगे।