वाराणसी पुलिस ने एक साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है. दरअसल, गिरोह के सभी बदमाश बिहार के गया जिले के रहने वाले है. गिरफ्तार बदमाशों में गया जिले के शाहबाजपुर का चुन्नू कुमार, टनकुप्पा चोआर का कन्हैया पांडेय, धीरेंद्र पांडेय, कुंदन कुमार एवं बाना गांव का राजीव शर्मा है. ये सभी देश के अलग-अलग राज्यों में धूम-धूमकर लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर स्वाइप मशीन से पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे.
50 एटीएम कार्ड व स्वाइप मशीन बरामद
वाराणसी पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एटीएम कार्ड स्वाइप मशीन, बिहार नंबर की कार एवं 50 हजार रुपए बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि सभी बदमाश अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर साइबर ठगी करते थे. गिरोह के लोग खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे. पुलिस ने 25 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद इस गिरोह का पर्दाफाश किया है.
फिल्मी स्टाइल में वारदात को देते थे अंजाम
मामले को लेकर एसीपी कैंट मनीष कुमार ने कहा कि बिहार के गया जिले के रहने वाले ये पांचों बदमाश फिल्मी स्टाइल में ठगी की वारदात को अंजाम देकर दूसरे शहर भाग जाते थे. फिर वहां भी ठगी का कार्य भी किया करते थे. दमाश अपनी कार से देश के अलग-अलग शहरों में घूमकर साइबर ठगी करते थे. बदमाश का सुराग सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से मिला.
महिलाओं-बुजुर्गों को बनाते थे ठगी का शिकार
गिरफ्त में आए बदमाशों ने बताया कि वे लोग एटीएम के बाहर कार में बैठकर बुजुर्ग या महिला का इंतजार किया करते थे. जब कोई महिला एटीएम में जाती थी, तो उनके गिरोह का कोई सदस्य मदद के नाम पर एटीएम कार्ड बदल देता था और चार अंक का पिन कार्ड देख लेता था. फिर स्वाइप मशीन से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था.
कैंट थाने में पीड़ित ने की थी शिकायत
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने बीते आठ सितंबर को सिगरौली चौका घाट का रहने वाले एक पीड़ित से 50 हजार रुपये छिनकर भाग गए थे. जिसके बाद पीड़ित ने डायल-112 पर कॉल कर सूचना दी थी. इसके बाद जब पुलिस ने इस मामले की पड़ताल शुरू की, तो मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार सभी बदमाशों को जेल भेज दिया है और मामले कि जानकारी बिहार पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी दे दी है.
न्यूज़क्रेडिट: प्रभात खबर