x
भारत बंद का बिहार में दिखा आंशिक असर
पटनाः Agnipath Scheme Protest Bharat Band:अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध के चलते सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया गया था. दो दिन पहले बिहार में हुई सख्त कार्रवाई और प्रशासन की चुस्ती के कारण सोमवार को बंद का आंशिक असर ही रहा. प्रदेश के किसी भी जिले में स्थिति बिगड़ने जैसे हालात नहीं बने. संवेदशील इलाको, रेलवे स्टेशनों पर भी शांति और सन्नाटा पसरा रहा. कई भीड़ वाले स्थानों पर आम दिनों से भी कम लोग रहे. बिहार में क्या रही बंद की स्थिति, डालते हैं एक नजर-
किशनगंज में नहीं दिखा बंद का असर
अग्निपथ योजना को लेकर किशनगंज जिले में बन्द का असर बेअसर रहा. आम दिनों की तरह बाजारों में एवं नेशनल हाईवे पर वाहन दिखे. दुकानें-पेट्रोल पंप खुले और बैंकों में कामकाज भी चलते रहे. किशनगंज जिला प्रशासन के द्वारा चौक चौराहों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी. हालांकि जिले में किसी भी संगठन के द्वारा भारत बंद को लेकर किसी तरह का नारेबाजी या सड़कों पर नहीं उतरे थे. अनुमंडल दंडाधिकारी ने कहा कि भारत बंद के आह्वान के कारण प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा. शहर के चौक चौराहों पर मैजिस्ट्रेट और पुलिस बलों की तैनाती की गई है,उन्होंने आमजनों से निवेदन कर कहा कि शहर की शांति व्यवस्था बनाएं रखें, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें.
पालीगंज में भी दिखी सतर्कता
पालीगंज, दुल्हिनबाजार, बिक्रम नौबतपुर में भी दुकानें खुली और सड़कों पर वाहन चलते दिखे. हालांकि रोज की अपेक्षा कम ही दुकानें खुली थीं. पुलिस-प्रशासन द्वारा चौक-चौराहों पर सतर्क रही और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी. उधर पालीगंज एसडीएम मुकेश कुमार एवं एएसपी अवधेश सरोज पालीगंज अनुमंण्डल क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर बनाए रखे रहे. एएसपी अवधेश सरोज ने कहा कि लगातार हिंसक आंदोलन से दूर रहने एवं बच्चों को घरों में रहने की हिदायत दी.
पूर्णिया में भी बंद रहा बेअसर
अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर पूर्णिया में बेअसर रहा. इसको लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड में रहा. हर चौक चौराहों पर पुलिस प्रशासन की व्यवस्था की गई थी, ताकि कोई उपद्रवी उत्पात नहीं कर सके. पूरे दिन पुलिस प्रशासन की टीम स्टेशन सरकारी संस्थान आदि की निगरानी करती दिखी. इस बाबत पुलिस प्रशासन के द्वारा सड़कों पर फ्लैग मार्च भी निकाला गया, जिसके कारण सारा दिन सामान्य रूप से शांति पूर्ण रहा.
छपरा में ऐसा रहा हाल
अग्निपथ योजना को लेकर शहर में धारा 144 लगाई गई है. इसी को लेकर मढौरा एसडीओ योगेंद्र कुमार अनुमंडल क्षेत्र का भ्रमण के दौरान तरैया में एसडीओ का रौद्र रूप दिखा और लगातार लाठियां भांजते नजर आये. वहीं प्रशासन की सख्ती से भारत बंद का असर बेअसर रहा. तमाम लोग सड़कों पर अपनी दिनचर्या के कामों से आते-जाते दिखे. वहीं शहरो में कुछ दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें भी बंद रखी थीं. छपरा में प्रशासन चप्पे चप्पे पर मुस्तैद दिखा, शहरों में जहां महत्वपूर्ण जगहो पर दण्डाधिकारी के पुलिस बल तैनात किये गये है तो वहीं छपरा जंक्शन पर सुरक्षा का व्यापक इंतजाम देखने को मिला.
छावनी में तब्दील हुआ बेगूसराय रेलवे स्टेशन
बेगूसराय में छात्रों के उग्र आंदोलन को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैयारी की गई. वहीं रेलवे स्टेशन पर खुद एसपी योगेंद्र कुमार के द्वारा जायजा लिया गया. जहां कोई अप्रिय घटना ना हो सके इसको लेकर बेगूसराय के रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया. वहां पर मौजूद एसएसबी के जवान ने बताया कि बेगूसराय के रेलवे स्टेशन पर काफी मुस्तैदी से जवान तैनात हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस हर समस्याओं को मुस्तैदी से निपटने के लिए तैयार है.
मुंगेर में दिखा बंद का असर
अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे छात्रों का आंदोलन पर मालदा मंडल ने पांचवें दिन भी 22 एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनें कैंसिल की. भागलपुर सूरत-विक्रमशिला और भागलपुर गांधीनगर एक्सप्रेस री-शिड्यूल हुई . मालदा किउल इंटरसिटी, और भागलपुर अजीमगंज पैसेंजर शॉट टर्मिनेटेड की गईं तो वहीं कामाख्या दिल्ली ब्रम्हपुत्र कंट्रोल कर चलेगी. वहीं ट्रेन नहीं चलने से जमालपुर स्टेशन वीरान पड़ा नजर आया.
Rani Sahu
Next Story