बिहार

सेना का नायक' बन दे रहे ऑर्डर, क्यूआर कोड से कर रहे ठगी

Admin4
28 Sep 2022 3:30 PM GMT
सेना का नायक बन दे रहे ऑर्डर, क्यूआर कोड से कर रहे ठगी
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Bihar: साइबर फ्रॉड गिरोह के टारगेट पर शहर के बड़े कारोबारी आ गये हैं. पहले फ्रॉड सेना का जवान बनकर ठगी करते थे. लेकिन, अब वे सेना के अधिकारी बनकर शहर के बड़े कारोबारियों के खातों में सेंधमारी कर रहे हैं. कारोबारी की ओर से थोड़ी सी लापरवाही हुई, तो साइबर फ्रॉड उनके खाता खाली कर देंगे. त्योहारी सीजन आते ही फ्रॉड ऑनलाइन बिजनेस करने वाले कारोबारियों को अपना टारगेट बना रहे हैं. सेना भर्ती कार्यालय के नाम पर ये शातिर कारोबारी को सामान ऑर्डर कर रहे हैं.
एक माह में छह लोगों को लगाया चूना
अग्रिम पेमेंट करने के नाम पर क्यूआर कोड के माध्यम से ठगी कर रहे हैं. एक माह के अंदर आधा दर्जन से अधिक कारोबारियों से ठगी का प्रयास किया गया है. विश्वास दिलाने के लिए कारोबारियों को सेना की वर्दी में अपना कैंटीन कार्ड व आधार कार्ड भी भेज रहे हैं. अंतिम समय में सावधानी बरतने से कई फ्रॉड का शिकार होने से बच गये हैं. फ्रॉड ने दो दिन पहले ऑनलाइन शॉपिंग Happybabu.com के संचालक से अगरबत्ती व परफ्यूम खरीदने का झांसा देकर उनके खाते में सेंधमारी की कोशिश की गयी. लेकिन संचालक सन्नी गुप्ता के जागरूक होने के कारण लाखों रुपये का फ्रॉड होने से बच गया.
एआरओ के नाम पर मांगे 100 कमोड
कलमबाग रोड स्थित एक पेंट्स की दुकान में एक माह पहले सेना की वर्दी में एक व्यक्ति पहुंचा. उसने खुद को सेना का अधिकारी बताया और कहा कि एआरओ कार्यालय से आये हैं. नये शौचालय का निर्माण करना है. 100 कमोड भेज दीजिए. वह ऑर्डर देकर चला गया. कुछ देर बाद दुकानदार ने पिकअप पर 100 कमोड लोड कर चक्कर मैदान के पास भेज दिया. जब दुकानदार ने फोन कर गेट पास बनाने को कहा, तो उसने कहा कि पहले मैं आपको ऑनलाइन पेमेंट भेज देता हूं. आप अपना फोन पे नंबर दीजिए. फोन पर अधिकारी की ओर से एक रुपया भेजा गया. फिर, उनके स्टाफ ने दो रुपये वापस भेजे. कुछ देर बाद शातिर ने कहा कि उसे रुपये की जरूरत है, आप उधर से 50 हजार भेजो, हम वापस एक लाख रुपये भेज देंगे. फ्रॉड का अहसास होने के बाद दुकानदार ने अपना पिकअप पर लोड माल वापस मंगवा लिया.
100 पेटी पेंट का ऑर्डर देकर सेंट्रल स्कूल का भेज दिया लोकेशन
साइबर फ्रॉड ने पेंट्स के दुकानदार से दूसरी बार फ्रॉड का प्रयास किया. तीन दिन पहले दुकान के एक स्टाफ के मोबाइल पर मैसेज कर 100 पेटी पेंट का ऑर्डर दिया. इस दौरान उसने अपना सेना का कैंटीन कार्ड भी भेजा. फ्रॉड ने सामान मंगाने के लिए लोकेशन गन्नीपुर स्थित सेंट्रल स्कूल के पास का दिया. दुकानदार को लगा कि यह फ्रॉड हो सकता है. उन्होंने माल ही नहीं दिया.
एआरओ का नहीं है कोई अधिकारी
सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक सेना मेडल कर्नल बॉबी जसरोटिया ने बताया कि नायक रणदीप सिंह, पिता बंसीलाल, पता राजपुरा सांबा जम्मू काश्मीर करके सेना का कोई अधिकारी या स्टाफ एआरओ में नहीं है. यह कौन है, इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन, कारोबारियों का कहना है कि अभी तक जो भी ठगी के मामले आ रहे हैं, इसमें फ्रॉड इसी नाम का इस्तेमाल किया है.
ऐसे मामलों में पुलिस नहीं है गंभीर
ठगी के प्रयास के बाद कारोबारी स्थानीय थाने में जाते हैं, लेकिन पुलिस इस पर गंभीर नहीं है. कारोबारियों को साइबर सेल में शिकायत करने की बात कह पुलिस अपना पल्ला झाड़ ले रही है. ऐसे में फ्राॅड लगातार एक के बाद एक कारोबारियों के खाते में सेंध लगा रहे हैं.

न्यूज़ क्रेडिट: prabhatkhabar

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