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पटना में गुरुवार को अहले सुबह सुबह करीब सात बजे से राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधियों के मामले में एसडीपीआई और पीएफआई के कनेक्शन से जुड़े लोगों के घर एनआईए की टीम ने छापेमारी शुरू की। एसडीपीआई और पीएफआई कनेक्शन से जुड़े लोगों के गोणपूरा स्थित घरों पर एनआईए की दस्तक से एक बार फिर हलचल का माहौल हो गया। एनआईए की टीम ने फुलवारीशरीफ के गोणपुरा में रहने वाले मोहम्मद अमीन एवं मोहम्मद खलीकुर्रजमा के घरों पर छापेमारी की है। एनआईए को इस छापेमारी में क्या मिला है अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। इतना ही नहीं सूत्रों के मुताबिक फुलवारी शरीफ में सिमी संगठन से जुड़े लोगों की कुंडली भी एनआईए की टीम खंगाल रही है। दरअसल, एसडीपीआई और पीएफआई से जुड़े नामजद दो अभियुक्तों के घरों पर एनआईए की टीम धमक पड़ी। पटना में एनआईए की छापेमारी के दौरान भारी संख्या में पुलिस बलों के साथ एनआईए के अधिकारियों की टीम लगी हुई है। राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित गोंणपुरा पंचायत में दो घरों में एनआईए की छापेमारी हुई। मोहम्मद अमीन एवं मोहम्मद खलीकुर्रजमा गोन पूरा के ही रहने वाले हैं। मोहम्मद अमीन एक B.ed कॉलेज में क्लर्क का काम करते हैं जबकि खलीकुर्जमा जमीन के कारोबार एवं अन्य व्यवसाय से जुड़े हुए हैं।
इन दोनों के खिलाफ पीएफआई एसडीपीआई के मामले में फुलवारीशरीफ थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज है। वही इस पूरे मामले में फुलवारीशरीफ में 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गुरुवार सुबह से ही एनआईए की टीम गोणपूरा गांव में पहुंचे और छापेमारी करने लगी। गौरतलब हो कि कुछ माह पूर्व पटना के फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधियां संचालित किए जाने की सूचना पर पुलिस की छापेमारी में इस बात का खुलासा हुआ था कि फुलवारी शरीफ से भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की एक मुहिम चल रही थी जो पूरे बिहार के कई जिलों में लोगों को जोड़ कर अपना काम गुपचुप तरीके से अंजाम देने में लगी हुई थी। एसडीपीआई और पीएफआई संगठन से जोड़ कर लोगों को गुमराह कर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करा लोगों को बुलाकर ट्रेनिंग के नाम पर फुलवारी शरीफ का नया टोला में कई बैठकें की गयी थी। इस मामले में सिमी से जुड़े अतहर प्रवेज झारखंड से रिटायर सब इंस्पेक्टर मोहम्मद जलालुद्दीन खां, अरमान मलिक समेत अन्य मामलों से जुड़े गजवा ए हिंद के व्हाट्सएप ग्रुप चलाने वाले मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इस पूरे मामले के खुलासे में यह बात सामने आई थी कि नया टोला के रहने वाले रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर मोहम्मद जलालिद्दीन खान के मकान में ही पीएफआई बार एसडीपीआई की ट्रेनिंग का कैंप चलाया जा रहा था। गौरतलब हो कि एनआईए के हाथ में इस पूरे मामले की जांच लेने के बाद से ही बिहार में सत्ता परिवर्तन तक हो गया। एसडीपीआई और पीएफआई संगठन से जुड़े लोगों के खिलाफ सोमवार से थाना में दर्ज एफआईआर के मामले में बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद एनआईए की छापेमारी क्या-क्या निकल कर सामने आता है और इसके क्या मायने निकाले जाएंगे। राजनीतिक रूप से भी इस छापेमारी से फुलवारीशरीफ में एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
Admin4
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