सेना बहाली के नियम में बदलाव को लेकर आज शनिवार को बुलाए गए बिहार बंद का मोतिहारी में असर नहीं दिखा. छात्रों ने कहीं भी प्रदर्शन नहीं किया, हालांकि शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात दिखी. डीएम और एसपी ने भी शहर में गश्ती की. बता दें कि प्रदर्शन को देखते हुए बिहार में फेसबुक समेत 22 एप्स पर बैन है, साथ ही 24 जून तक सभी कोचिंग संस्थानों को बंद भी करा दिया गया है.
जमुई के झाझा में अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया. सोहजाना मोड़ के पास छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस जगह-जगह मुस्तैद दिखी. कुछ देर बाद छात्र एफसीआई गोदाम के पास पहुंचे और पत्थरबाजी की. स्टेशन की ओर जा रहे छात्रों को पुलिस ने पहले ही रोक दिया. एसडीपीओ रविशंकर प्रसाद, एसएचओ राजेश शरण, बीडीओ दीपेश कुमार अन्य पुलिस पदाधिकारी लगातार कैंप करते दिखे.
बांका में बिहार बंद के दौरान रेलवे स्टेशनों के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है. भागलपुर-मंदार हिल रेलखंड पर स्थित धौनी रेलवे स्टेशन पर सुबह कुछ छात्र पहुंचे थे, लेकिन जवानों ने उन्हें खदेड़ कर भगा दिया. धौनी रेलवे स्टेशन प्रबंधक नवीन कुमार ने बताया स्टेशन पर शुक्रवार से पत्थर लोडेड मालगाड़ी यहां खड़ी है, इस गाड़ी को सिवान जाना है. वहीं, एसडीओ डॉ. प्रीति, एडीपीओ डीसी श्रीवास्तव, पुलिस इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह, रजौन बीडीओ राजकुमार पंडित, सीओ मोहम्मद मोइनुद्दीन, थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह कैंप करते दिखे.
अग्निपथ को लेकर बिहार बंद के समर्थन में रोहतास में भी छात्रों का प्रदर्शन जारी है. बिक्रमगंज में 12 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन लोगों पर आगजनी, तोड़फोड़ और पुलिस पर हमला का आरोप है. इन लोगों की गिरफ्तारी बिक्रमगंज और नोखा इलाके से हुई है.
उपद्रवियों ने पटना के मसौढ़ी में बुकिंग काउंटर, उप स्टेशन अधीक्षक के ऑफिस में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. गाड़ियां, केबल तार ऑपरेटिंग पैनल को जलाकर राख कर दिया गया है.
डुमरांव इंस्पेक्टर विमल दास की गाड़ी को अराजक तत्वों ने जला दिया. विमल दास नावानगर से डुमरांव जा रहे थे. इस दौरान उपद्रवियों ने सनकी पुल के पास गाड़ी जला दी. पुलिस की ओर से आत्मरक्षा में छह राउंड फायरिंग भी की गई है. मौक पर जिलाधिकारी और एसपी पहुंचे हैं. पुलिस ने जो वीडियो बनाया है उस आधार पर कई लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है.
अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि अग्निपथ योजना छात्रों के हित में है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी छात्रों का अहित नहीं सोच सकते हैं. शायद छात्र अग्निपथ योजना को ठीक से समझ नहीं पाए हैं और विपक्षों के झांसे में आकर आंदोलन कर रहे हैं. उन्हें योजना के बारे में समझना होगा.
अग्निपथ योजना के विरोध में उपद्रवी ट्रेन, बस के साथ-साथ बीजेपी नेताओं के कार्यालय और आवास को निशाना बना चुके हैं. ऐसे में बिहार बंद के दौरान आज इन जगहों की सुरक्षा आज बढ़ा दी गई है. बिहारशरीफ में बीजेपी विधायक डॉ. सुनील कुमार के आशानगर स्थित आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. पार्टी कार्यालय की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है. हालांकि नगर विधायक के कार्यालय पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं दिखा. दस बजे तक बिहार बंद का असर मिलाजुला रहा.
उपद्रवियों ने तारेगना में बवाल मचाया है. कई गाड़ियों को फूंक दिया है. सात राउंड फायरिंग. बचाव में पुलिस ने की अंधाधुंध फायरिंग. स्थिति बेकाबू. जीआरपी के भवन में छुपे हैं पुलिस के अधिकारी और कर्मी.
बिहार बंद और छात्र संगठनों के समर्थन जन अधिकारी पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव सड़क पर उतर गए हैं. डाकबंगला पर प्रदर्शन देखने को मिला है. इस दौरान जाप के एक कार्यकर्ता को हिरासत में भी लिया गया है.
शुक्रवार को हाजीपुर जंक्शन पर तोड़फोड़ की गई थी. जमकर उत्पात मचाया गया था. इसके चलते दिन भर रेल परिचालन ठप रहा. आज बिहार पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ और एसएसबी के 51वीं बटालियन को हाजीपुर रेलवे जंक्शन की सुरक्षा सौंपी गई है. सीतामढ़ी से स्पेशल फोर्स को बुलाया गया है. हाजीपुर जंक्शन पर पहुंचने वाले एकएक यात्रियों की जांच हो रही है.
कटिहार के तीनों अनुमंडल में धारा-144 लागू कर दी गई है. साथ ही जिले के सभी रेलवे स्टेशन पर दंडाधिकारी और पुलिस बल प्रतिनियुक्त किए गए हैं. जिलाधिकारी और एसपी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सभी ट्रेनें सुरक्षा व्यवस्था के बीच खोली जा रही हैं.
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुबह से ही राजगीर एसडीएम अनिता कुमारी और डीएसपी प्रदीप कुमार सड़क से लेकर स्टेशन तक जायजा ले रहे हैं. राजगीर रेलवे स्टेशन पर लगी ट्रेन की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. राजगीर से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी सुपरफास्ट ट्रेन राजगीर में ही लगी है. स्टेशन पर रेल पुलिस के साथ-साथ जिले के बल को तैनात किया गया है ताकि उपद्रवी स्टेशन में प्रवेश न कर सकें.
बिहार बंद को देखते हुए पटना में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कार्यालय के अंदर और बाहर कुल 66 पुलिसकर्मी और एक मजिस्ट्रेट को बहाल किया गया है. इसमें 46 सीआरपीएफ के जवानों को लगाया गया है. इसके साथ ही 10 महिला पुलिस और 10 कोतवाली थाने की पुलिस को सुरक्षा के लिए लगाया गया है.