पहली प्राथमिकी में 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ इलाके में जमा हुए कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा को बाधित करने की योजना का उल्लेख है।
बिहार के फुलवारी शरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की है। पहली प्राथमिकी 26 संदिग्धों के खिलाफ दर्ज की गई है, जबकि दूसरे में एक का नाम लिया गया है। पहली प्राथमिकी में 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ इलाके में जमा हुए कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा को बाधित करने की योजना का उल्लेख है। दूसरे में भारत विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए मारगुब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को पकड़ने का उल्लेख है।
इससे पहले बीते दिन NIA ने पटना के PFI फुलवारीशरीफ मामले में बिहार में कई स्थानों पर तलाशी ली थी। छापेमारी में डिजिटल उपकरणों और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों को जब्त किया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
बताया जा रहा है कि बिहार में आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ एनआईए ने पटना सहित पांच जिलों में आरोपियों और संदिग्धों के 10 ठिकानों पर छापे मारे। एनआईए की टीम ने पटना, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, नालंदा और मधुबनी में छज्ञपेमारी की। इस दौरान टीम ने कई अहम दस्तावेज जब्त किए।
राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित गुलिस्तान मोहल्ले में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपी अतहर परवेज के घर भी एनआईए की टीम पहुंची। बिहार पुलिस की टीम ने रिटायर्ड दरोगा जलालुद्दीन के घर में चल रहे एसडीपीआई के कार्यालय पर छापे मारे थे। वहां से आरोपी अतहर परवेज को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले में पटना पुलिस और एटीएस की टीम ने जांच की। इस षड्यंत्र के तार कई देशों से जुड़े होने के साक्ष्य मिलने के बाद एनआईए ने 22 जुलाई को जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली।