न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
Tejashwi Yadav: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने मंत्रियों के लिए छह दिशानिर्देश जारी किए हैं और उसे सख्ती से पालन करने के लिए कहा है।
बिहार में बनी नई सरकार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) जहां अपने विभाग के कामों को लेकर एक्शन मोड में हैं वहीं अब उन्होंने अपने कोटे के मंत्रियों के लिए छह दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। तेजस्वी ने इन निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। इन छह निर्देशों में नई गाड़ी खरीदने पर रोक से लेकर ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली शामिल है। आइए जानते हैं तेजस्वी ने अपने विधायकों के लिए किस तरह के दिशानिर्देश जारी किए हैं....
ये हैं तेजस्वी के छह निर्देश
1. सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से बने मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे।
2. राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक या किसी भी अन्य व्यक्ति को पांव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे।
3. सभी मंत्रियों से आग्रह है कि उनका सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे। सादगी से पेश आते हुए सभी जाति/धर्म के गरीब एवं जरुरतमंद लोगों को अविलंब प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे।
4. किसी से भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ/गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे। और इस आशय का आग्रह लगातार करेंगे।
5. सभी विभागीय कार्यों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देंगे।
6. सभी मंत्रीगण मुख्यमंत्री बिहार सरकार एवं अपने अधीनस्थ विभागों, कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को आपके हरेक पहलकदमी की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।
समस्याओं का समाधान करना महागठबंधन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) ने शुक्रवार को अपने समर्थकों से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि आपकी समस्याओं का समाधान करना महागठबंधन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके अलावा तेजस्वी ने शुक्रवार को ही ग्रामीण मंत्रालय और पथ निर्माण विभाग का पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण के बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की।