अब चलती ट्रेन में यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलेगा। ऑनलाइन यह पता चल जाएगा कि ट्रेन के आरक्षित कोच में कितना बर्थ खाली है। खाली बर्थ के लिए करंट टिकट रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर या आईआरसीटीसी की वेबसाइट से यात्री बुक करा सफर कर पाएंगे। यात्रियों को इस तरह की सुविधा देने के लिए टीटीई को हाईटेक सुविधा से लैस किया गया है। उन्हें एचएचटी यानी हैंड हेल्ड टर्मिनल जो टैब जैसा दिखता है वह दिया गया है। इसकी शुरुआत सहरसा से पटना जाने आने वाली ट्रेन राज्यरानी एक्सप्रेस से शुक्रवार को की गई है।
बताया जा रहा है कि एचएचटी में खाली बर्थ की जानकारी फीड करते ही आरएसी ऑटोमेटिक कन्फर्म हो जाएगा। मतलब यात्री को आधा नहीं पूरा बर्थ मिल जाएगा। सबसे खास बात यह कि आरएसी के कन्फर्म होने की जानकारी यात्री को उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज के जरिए आ जाएगी। इस व्यवस्था से यात्री को बर्थ कन्फर्म करने के लिए टीटीई के पास भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। वहीं बर्थ के आवंटन में पारदर्शिता आएगी।
समस्तीपुर मंडल के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में एचएचटी की सुविधा बहाल करने की योजना है। एचएचटी की सुविधा जिस ट्रेन में है उसके आरक्षित कोच में खाली बर्थ की जानकारी ऑनलाइन यात्री को मिल जाएगी। अपने पास के स्टेशन के टिकट काउंटर या आईआरसीटीसी की वेबसाइट से करंट टिकट बुक करा कन्फर्म बर्थ पर यात्री सफर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर मंडल में 64 एचएचटी यानी हैंड हेल्ड टर्मिनल टीटीई को दिया गया है। एचएचटी चलाने के लिए टीटीई को प्रशिक्षण दिया गया है।