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बिहार के जमुई में अग्निपथ योजना के विरोध (Agnipath Scheme Controversy) के आड़ में सरकारी संपति की तोड़फोड़ और ट्रेन जलाने की योजना केके एम कॉलेज परिसर में बनाई गई थी
जमुई: बिहार के जमुई में अग्निपथ योजना के विरोध (Agnipath Scheme Controversy) के आड़ में सरकारी संपति की तोड़फोड़ और ट्रेन जलाने की योजना केके एम कॉलेज परिसर में बनाई गई थी. पूरे मामले में एक सफेदपोश नेता की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि उस नेता के इशारे पर केके एम कॉलेज परिसर में युवाओं को फिजिकल ट्रेनिंग देने वाले दो ट्रेनर ने पूरी योजना बनाई. जिसके अनुसार विरोध के आड़ में जमुई रेलवे स्टेशन पर मोकामा-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को जलाने की साजिश रची गई.
आरोपी ट्रेनरों को मिले थे 20 हजार: जानकारी के मुताबिक घटना को अंजाम देने के लिए दोनों फिजीकल ट्रेनर को युवाओं को जुटाने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी. इसके एवज में सफेदपोश नेता दोनों ट्रेनरों को 20 हजार रुपये देने की बात बताई जा रही है. दोनों ने अलीगंज व लखीसराय जिले के हलसी सहित विभिन्न इलाकों से सौ की संख्या में युवाओं को बीते गुरुवार की देर शाम जमुई बुला लिया. साथ ही सभी को छात्रावास, लॉज तथा होटलों में ठहराया गया. योजना के अनुसार अगले दिन शुक्रवार को ट्रेन को जलाया जाना था.
ट्रेन के नहीं पहुंचने से योजना फेल: घटना को अंजाम देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से युवाओं को तैयार किया गया था. सभी युवाओं को पहले शहर के कचहरी चौक को जमा (Agnipath Protest In Jamui) होने का निर्देश मिला था. पुलिस यदि जाम को हटाने की कोशिश करें तो अलग-अलग टुकड़ियों में जमुई रेलवे स्टेशन पहुंचने की योजना थी. साथ ही ठीक 9 बजे के करीब मोकामा हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को आग के हवाले करने की प्लान थी. योजना के अनुसार युवाओं की भीड़ जमुई स्टेशन पहुंची लेकिन ट्रेन के नहीं पहुंचने से पूरी योजना फेल हो गई.
दोनों ट्रेनर सहित कई छात्र गिरफ्तार: पुलिस को इस योजना की भनक लग गई. जिसके बाद बीते शुक्रवार देर रात शहर के केकेएम कॉलेज के छात्रावास, लॉज सहित विभिन्न होटलों में छापेमारी (Police Raid in KKM College Jamui) की. जहां साजिश रचने वाले दोनों फिजिकल ट्रेनर को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके साथ ही कुछ संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है. आरोपियों से पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है. योजना का मास्टरमांइड सफेदपोश नेता की गिरफ्तारी के लिए भी जानकारी जुटाई जा रही है. इस मामले में सात नामजद और 500 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज है. सदर एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि घटना की पूरी गहनता से जांच की जा रही है. इसमें शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
Rani Sahu
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