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बिक्रमगंज। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर शहर के अंजबीत सिंह महाविद्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन एनएसएस और राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल, महाविद्यालय के प्रशासक दिलीप कुमार और एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर चिंटू ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया । प्रशासक ने अनुमंडल पदाधिकारी को बुकें और शॉल देकर सम्मानित किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर चिंटू ने किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी पाल ने कहा कि मानव जाति में जन्म लेने के बाद ही सबकों कुछ मूलभूत अधिकार प्राप्त हो जाते हैं , जिनमें शिक्षा का अधिकार सबसे महत्वपूर्ण है । बगैर शिक्षा के हम पशु के समान हैं। संस्कार हमें अपने परिवार से मिलता है और शिक्षा हमें स्कूल और कॉलेज में आने पर मिलता है। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि आप प्रतिदिन कॉलेज में आएं और नियमित रूप से क्लास करें।
उन्होंने शिक्षकों से भी कहा कि भले ही एक ही छात्र क्यों न आए , आप उसे ही पढ़ाएं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्रशासक दिलीप कुमार ने कहा कि 1948 में संयुक्त राष्ट्र संघ में मानवाधिकार संबंधी प्रस्ताव लाया गया और 1950 से इसे पूरे विश्व में लागू किया गया। सभी देशों को इसके प्रति सजग और सचेत रहने के लिए कहा। आज करीब सभी देशों में मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने अधिकार के साथ- साथ अपने कर्तव्यों के पालन के प्रति भी जागरूक रहने पर बल दिया। जब तक आप अपने कर्तव्यों को नहीं समझेंगे , सिर्फ अधिकारों की बात बेमानी है। प्रशासक ने उपस्थित छात्रों से मानवाधिकार से सम्बन्धित कुछ सवाल भी पूछे , जिसका जवाब छात्रों ने दिया। कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित थे। साथ ही मौके पर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ सुधांशु शेखर , डॉ अनिल कुमार , प्रोफेसर परवेज अहमद , प्रोफेसर सुकेश्वर सिंह , प्रोफेसर मुनमुन चौधरी , रवि भूषण सिंह , अरुण कुमार सिंह , अक्षय कुमार प्यारे , विनोद कुमार सिंह समेत अन्य शिक्षक और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
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