बिहार
श्रमिकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 28 से एनटीपीसी में होगी हड़ताल
Shantanu Roy
12 Nov 2022 6:07 PM GMT
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बेगूसराय। एनटीपीसी बरौनी में श्रमिकों के साथ हो रहे शोषण एवं दोहन के विरोध में शनिवार को मुख्यद्वार पर गेट मीटिंग का आयोजन किया गया। गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश भवन एवं पथ निर्माण मजदूर संघ के महामंत्री सह बरौनी विद्युत श्रमिक संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए औद्योगिक विकास और शांति का पक्षधर रही है। दुर्भाग्य की बात है कि बरौनी एनटीपीसी के कुछ अधिकारी भ्रष्ट संवेदकों के साथ सांठगांठ कर श्रमिकों का शोषण एवं दोहन करवाने में सहयोग कर रहे हैं। जिसमें श्रमिकों के माध्यम से वसूले गए मासिक रकम का बड़े पैमाने पर बंदरबांट होता रहा है। उन्होंने कहा कि साईं इंजीनियरिंग के अंदर कार्य कर रहे कोल अनलोडिंग मजदूरों को गेट पास नहीं दिया गया और ना ही सेफ्टी की व्यवस्था की गई है। 220 मजदूरों में मात्र 61 को ही रखा गया, शेष को बगैर पूर्व सूचना के हटाकर भूखा मरने को विवश कर दिया गया है।
विगत आठ महीने से परमिशन पर ही काम हो रहा है, गेट पास नहीं बनाया जा रहा है। न्यूनतम मजदूरी 13 हजार के बदले सात हजार दिया जा रहा है और 24 घंटे ड्यूटी पर रहने को मजबूर किया जाता है। इतना ही नहीं एनआरजीओ, पावर लिंक लोटस कंपनी के कार्यरत मजदूरों का फाइनल पेमेंट नहीं दिया जा रहा है। रेलवे मेंटेनेंस में कार्यरत मजदूरों को मासिक दो हजार कमीशन नहीं देने पर नौकरी से हटाने की बात की जा रही है। 12 सितम्बर को भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधि, एनटीपीसी प्रबंधन तथा सहायक श्रम आयुक्त पटना (केंद्रीय) के बीच त्रिपक्षीय समझौता कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया, लेकिन अभी कोई खास प्रगति नहीं हो सकी है। जिसके कारण मजदूरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सुनील कुमार ने कहा कि 15 दिन के अंदर किए गए त्रिपक्षीय समझौता को लागू नहीं किया गया तो 28 नवम्बर से श्रमिक हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी एनटीपीसी प्रबंधन की होगी। मौके पर संघ के जिला मंत्री घनश्याम शर्मा, एनटीपीसी श्रमिक संघ के महामंत्री लालधारी राय, नवल यादव, रामेश्वर यादव, राजाराम एवं कार्यालय प्रभारी कौशल किशोर सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
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