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बेतिया। हजारों एकड़ खेतों में लगा गन्ना खेतों में सुख गया है. उसे मुआवजा देने का प्रावधान करने, गन्ना का नया पराई सत्र नवंबर में शुरू करने तथा नया रेट 400 रुपये घोषित करने बैरिया प्रखंड में संवेदक के मिली भगत कर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेज़ थ्री के तहत बन रहे रोड़, पैकेज संख्या BR 37 RP 3 R O1 गदियानी (lO 31)से बलुआ टोला तक सड़क निर्माण के क्रम में जुलाई में 100 प्रतिशत कैरेज के मिट्टी होने के बावजूद करीब डेढ़ करोड़ की मिट्टी की राशि बचाने के लिए रोड़ के किनारे से 15 से 16 फुट चौड़ा और 4 से 5 फुट गहरा मिट्टी फसलों के साथ 200 से अधिक किसानों के खेतों से काट रोड़ में डाल देने आदि सवालों को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा-माले के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री के नाम सात सूत्री मांग पत्र दिया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि गन्ना फसल किसानों के लिए नकदी फसल के रूप में है. किंतु चीनी मिलों की नील की खेती कराने वाले नीलहे अंग्रेजों की तरह मनमानी ने किसानों को खून के आसूं बहाने को बाध्य कर दिया है. अधिक मेहनत और लागत खर्च वाले गन्ना भेराईटी C. O. 0238 एवं C. O. 118 बिहार के वैज्ञानिकों के बिना अनुसंशा के बिना बीमा कराए लगवाया जा रहा है जो पिछले साल से पानी की अधिकता और रोग लगने से सुख जा रहा है. हजारों एकड़ खेतों में लगा गन्ना किसानों के खेतों में सुख गया है. अब तक किसी तरह का मुआवजा का प्रावधान नहीं किया गया है.
गन्ना का नया पराई सत्र नवंबर से शुरू होगा किंतु अब तक नया रेट नहीं घोषित किया गया. किसानों के खेतों से लगा गन्ना मिलों तक पहुंचने के बाद गन्ना मूल्य घोषित करने की सरकार ने परंपरा बना है उसे तोड़ते हुए महागठबंधन की नई सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील बनें . आगे कहा कि बगहा में गंडक नदी की कटाव से किसानों के खेतों में लगे हजारों एकड़ गन्ना नदी की धारा में विलिन हो गया. किसानों को अब तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है.
किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने कहा कि क्षेत्रीय विकास परिषद की राशि जिससे किसानों के विकास कार्य में खर्च किया जाता है उसमें लगातार कटौती किया जा रहा. वर्षों से चीनी मिलों ने इसे जमा भी नहीं किया. इस राशि को बढ़ाया जाए.चीनी मिलों द्वारा पराई सत्र में गन्ना घटतौली आम बात है. इसपु रोक के लिए क्षेत्रीय विकास परिषद की राशि से चीनी मिलों के गेट पर किसान संगठनों के देख रेख में धर्म कांटा लगाया जाये।
माले नेता सह इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष व भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव समेत अन्य नेताओं को संवेदक और उसके गुर्गो द्वारा जान मारने की धमकी दिया जा रहा है. पुलिस उसपर कार्रवाई नहीं कर रही है.
अंत में मुख्यमंत्री के नाम जिला पदाधिकारी से मिल कर निम्नलिखित मांग पत्र दिया!
01. मैंनाटाड समेत जिले के अन्य क्षेत्रों में C. O. 0238 C. O. 118 के सूखने की जांच करा किसानों को मुआवजा दिया जाए. बिना वैज्ञानिकों के अनुसंशा के उपरोक्त वेराइटी किसानों को नील की खेती के तरह रोपने को बाध्य करने वाले मिलहे लुटेरों पर कार्रवाई किया जाए.
02. बगहा में गंडक नदी के कटाव से नदी के गर्भ में गायब हूए किसानों के हजारों एकड़ गन्ना का मुआवजा दिया जाए.
03. संवेदक और अभियंताओं के मेल से सड़क निर्माण के दौरान बैरिया के किसानों के खेतों में काटे गए मिट्टी को अविलंब भरवाने की व्यवस्था हो. तथा संवेदक और अभियंताओं पर कार्रवाई किया जाए.
04. किसानों के आंदोलनों का नेतृत्व करने वाले किसान महासभा के जिला अध्यक्ष व भाकपा माले नेता सुनील कुमार राव को संवेदक अरविंद सिंह व उनके गुर्गो द्वारा जान मारने की धमकी पर कार्रवाई किया जाए.
05. लौरिया के दानियाल परसौना पंचायत में विकास कार्य में मची लुट का विरोध करने वाले किसान नेता जिउत साह को पंचायत के मुखिया द्वारा जान से मारने की धमकी देने पर कार्रवाई किया जाए.
06. गन्ना रेट चीनी मिलों के चलने से पहले 400 रूपये घोषित किया जाए.
07. क्षेत्रीय विकास परिषद की राशि बढ़यी जाए.
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