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बिहार। भागलपुर के मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के मौलानाचक निवासी मो इमरान उर्फ कल्लू को अपराधियों ने बुधवार को घर के पास ही पीछे से तीन गोली मार दी. गंभीर हालत में इमरान को लेकर परिजन पहले निजी डॉक्टर के पास गये, जहां से उसे मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया. मायागंज में गंभीर स्थिति को देखकर डॉक्टरों ने उसे सिल्लीगुड़ी भेज दिया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीन खोखा और एक जिंदा गोली बरामद किया है. मामले की जानकारी पर डीएसपी अजय कुमार चौधरी भी मायागंज अस्पताल जांच करने पहुंचे.
इमरान के भाई परवेज ने बताया कि मौलानचक में हमारे भाई के दो मकान हैं. बच्चों को लेकर इमरान घर से बाहर टहलने निकला था. घर के पास ही चाय की दुकान है, जब इमरान वहां पहुंचे, तो अपराधियों ने पीछे से गोली मार दी. गोली पीठ और पेट के नीचे लगी है. इमरान के बड़े भाई इकबाल ने बताया हम अपना काम खत्म कर घर जा रहे थे, तो देखा कि भाई जमीन पर गिरा है. इसके बाद उसे कार से लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे. मैं जब घर जा रहा था, तो देखा कि मोहल्ला में रहने वाले मुखसिद का बेटा अफसर हाथ में पिस्टल लेकर भाग रहा था. उसके साथ अदनान और उसका एक दोस्त और था. घटनास्थल पर पहुंचे, तो लोगों ने बताया कि असफर ने ही गोली मारा है. उसके साथ अदनान व एक लड़का और था.
परवेज ने बताया कि इमरान आसपास में किसी के साथ गलत होते नहीं देख पाता था. वह अकेले ही विरोध में खड़ा हो जाता था. अफसर एवं अदनान अक्सर मोहल्ला के लोगों के साथ-साथ दुकानदारों से रंगदारी एवं जबरन वसूली किया करता था, जिसका विरोध इमरान करता था. इसी को लेकर उसने गोली मार दी. गोली लगने के बाद इमरान ने अपने सबसे करीबी वार्ड नंबर 39 के पार्षद पति मिंटू कुरैशी से सिर्फ बात की. मिंटू ने पुलिस को बताया कि अभी इमरान कुछ भी बयान नहीं देना चाहता है. वह पूरे मामले को बेहतर तरीके से समझना चाहता है. इस घटना के पीछे मास्टरमाइंड कौन है, इसकी पहचान के बाद वह केस दर्ज करना चाहता है. वहीं, मामला बिगड़े नहीं इसलिए बरारी थाना प्रभारी संजय सत्यार्थी इमरान के पास तैनात हो गये. थानेदार किसी को भी इमरान से मिलने नहीं दे रहे थे.
वार्ड पार्षद पति मो मिंटू कुरैशी ने घटना के बाद अपनी जान को भी खतरा बताया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ड पार्षद चुनाव में इमरान ने हमें समर्थन दिया था. वह चुनाव में प्रचार भी कर रहा था. इसकी वजह से हम लोग चुनाव जीत भी गये. इसलिए हमारे विरोध में जो लोग चुनाव लड़ रहे थे, उसमें से कुछ हार के बाद हमें अपना दुश्मन मानने लगे. इमरान अक्सर कहता था कि हम लोगों का दुश्मन ज्यादा हो गया है, किसी भी दिन कुछ भी हो सकता है. उसकी बात सही हो गयी. इमरान के बाद शायद अब मुझे टारगेट बनाया जा सकता है.
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