बिहार

पिता ने मांगा दहेज तो संजीत ने अकेले करिश्मा के घर पहुंच किया आदर्श विवाह

Shantanu Roy
15 Sep 2022 6:28 PM GMT
पिता ने मांगा दहेज तो संजीत ने अकेले करिश्मा के घर पहुंच किया आदर्श विवाह
x
बड़ी खबर
बेगूसराय। दहेज विवाह जैसी सामाजिक बुराई को सरकार भले ही समाप्त नहीं कर पा रही है। लेकिन अब कुछ जगहों पर लड़का खुद इस बुराई के खिलाफ खड़ा होने लगा है। ऐसा ही एक ताजा मामला बेगूसराय से सामने आया है, जहां कि लड़की भी पसंद करने के बाद जब शादी की बात आगे बढ़ी तो वह इतनी दहेज की मांग पर अड़ गया, जितना देने में लड़की के पिता असमर्थ हैं।
इसकी जानकारी मिलने के बाद लड़का खुद लड़की के घर पर पहुंच गया तथा मंदिर के बाद न्यायालय के माध्यम से शादी कर एक गरीब पिता के पुत्री को अपनी जीवनसंगिनी बना लिया। ऐसा सराहनीय कार्य करने वाला लड़का है खगड़िया जिला के बेला सिमरी निवासी प्रकाश पासवान का पुत्र संजीत कुमार और उसकी जीवनसंगिनी बनी है बेगूसराय जिला के नयागांव थाना क्षेत्र स्थित हांसपुर नया टोला निवासी इंद्रदेव पासवान की पुत्री करिश्मा कुमारी।
इंद्रदेव पासवान अपनी पुत्री करिश्मा की शादी के लिए लड़का खोज रहे थे, इसी दौरान गांव के ही एक व्यक्ति के माध्यम से बेला सिमरी निवासी संजीत कुमार के संबंध में जानकारी मिली। बेला सिमरी गए और परदेस में काम करने वाले संजीत कुमार के पिता प्रकाश पासवान से बातचीत किया। बातचीत के बाद लड़का के पिता ने लड़की को देखकर पसंद भी कर लिया। इसी बीच सावन-भादो आ जाने के कारण शादी की बात आगे नहीं बढ़ सकी।
आश्विन माह आने पर 11 सितम्बर को फोन किया तो लड़की के पिता को बुलाया गया। लेकिन संजीत कुमार के पिता ने पुत्र की शादी के लिए एक लाख रुपया, एक मोटरसाइकिल एवं आभूषण की मांग कर दिया और देने में असमर्थ होने पर शादी करने से मना कर दिया। निराश इंद्रदेव घर लौट आए, लेकिन पिछले महीने ही लड़का-लड़की के बीच मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हो चुका था और दोनों की बातचीत होती थी। संजीत को जब जानकारी मिली की मेरे पिता ने औकात से अधिक दहेज लेने के चक्कर में यह रिश्ता कैंसिल कर दिया तो 13 सितम्बर की शाम संजीव लड़की के घर हांसपुर पहुंच गया।
लेकिन इसकी जानकारी होने के बाद उसके पिता ने थाना को सूचना दे दी। परेशान होकर लड़की के पिता ने उसे चले जाने की गुहार लगाई, लेकिन वह शादी करने की बात पर अड़ा रहा। जिसके बाद आज बेगूसराय जिला मुख्यालय के काली मंदिर में संजीत ने वैदिक रीति रिवाज के साथ करिश्मा से शादी संपन्न किया, इसके बाद न्यायालय में भी दोनों ने कानूनी औपचारिकता पूरी करते हुए शादी कर ली। फिलहाल हर ओर संजीत के इस साहस और सामाजिक बदलाव की सराहना हो रही है।
Next Story