x
पटना, (आईएएनएस)| आरजेडी के अगले बिहार अध्यक्ष को लेकर सस्पेंस अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा अनुभवी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को इस पद के लिए चुने जाने के साथ खत्म होता दिख रहा है। सिद्दीकी ने पिछले कुछ हफ्तों में दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से दो बार मुलाकात की थी और उन्होंने उनके नाम को अंतिम रूप दे दिया था।
सूत्रों ने कहा है कि पार्टी 24 नवंबर से पहले प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनके नाम की आधिकारिक घोषणा कर देगी, 24 नवंबर को लालू प्रसाद को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर जाना है।
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र के मुताबिक, आरजेडी का मुस्लिम मतदाताओं पर से नियंत्रण खोता जा रहा है। यह 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान देखा गया था जब असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाले एआईएमआईएम ने न केवल मुस्लिम वोटों को काटा बल्कि सीमांचल क्षेत्र में सीटें भी जीतीं। ऐसी स्थिति इस महीने गोपालगंज उपचुनाव में भी जारी रही जब एआईएमआईएम के उम्मीदवार अब्दुल सलाम राजद के लिए वोट कटवा बन गए।
नाम न छापने की शर्त पर नेता ने कहा- राजद ने अब्दुल बारी सिद्दीकी के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की कि पार्टी मुस्लिम नेताओं को विशेष सम्मान दे रही है। यह स्थिति पार्टी के लिए इसलिए बन गई क्योंकि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अपने पद पर बने रहने के लिए तैयार नहीं हैं। राजद चाहता है बिहार में मुस्लिम-यादव समीकरण को बरकरार रखें लेकिन बिहार की राजनीति में एआईएमआईएम के प्रवेश के बाद मुस्लिम पार्टी के लिए कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं।
जगदानंद सिंह पिछले कुछ हफ्तों में लालू प्रसाद से तीन बार मिल चुके हैं, उन्होंने अपने स्वास्थ्य को प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने का कारण बताया है।
Next Story