बिहार
ग्रामीण इलाकों की लाभार्थियों के लिए ई-टेलीमेडिसिन काफी सुविधाजनक और लाभदायक
Shantanu Roy
11 Nov 2022 6:21 PM GMT
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किशनगंज। जिले में सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का लाभ गर्भवती व धात्री महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को मिलने लगा है। सत्र में मौजूद गर्भवती, धात्री, किशोरी एवं बच्चों की माताओं को उम्र के अनुसार पोषक तत्वों की आवश्यकता, आहार को सन्तुलित बनाने, उपलब्ध खाद्य सामग्री को मात्रा के हिसाब से सेवन करने, सही तरीके से स्तनपान, स्वस्थ पोषण व्यवहार, गांव-घर में उपलब्ध संसाधनों में से पौष्टिक आहार तैयार करने, पोषण वाटिका का महत्व इत्यादि के संबंध में विस्तार से बताया गया। महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सुविधाओं के साथ परामर्श भी दिया जा रहा है। इस दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सुविधाओं के साथ परामर्श भी दिया गया। वीएचएसएनडी सत्र में गर्भवती एवं बच्चों का टीकाकरण किया गया। साथ ही, गर्भवती की हीमोग्लोबिन जांच, बीपी जांच, वजन आदि की जांच की गयी साथ ही आयरन व कैल्शियम की गोली का वितरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि अब ग्रामीणों को वीएचएसएनडी सेवा के साथ ई-टेलीमेडिसिन की सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका लाभ गर्भवती महिलाओं के साथ साथ धात्री महिलाएं और किशोरियां भी उठा रही हैं। खासकर गर्मी के मौसम में सुदूर ग्रामीण इलाकों की लाभार्थियों के लिए ई-टेलीमेडिसिन काफी सुविधाजनक साबित हो रहा है। सुदूरवर्ती गांव के लोगों को इस सेवा से काफी लाभ मिलने लगा है।
उन्होंने बताया की जिले में अबतक कुल 57 हजार 913 लोगों ने ई-टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाया है वही माह अप्रैल में 5 हजार 143, मई 3 हजार 998, जून में 4 हजार 780 एवं जुलाई में 3 हजार 305, अगस्त में 4 हजार 220, सितम्बर में 5 हजार 332, अक्टूबर में 3 हजार 766 एवं माह नवम्बर में अब तक 2 हजार 549 लोगो को ई-टेलीमेडिसिन का लाभ मिला है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि वीएचएसएनडी सत्र के दौरान अब ग्रामीणों को ई-टेलीमेडिसिन की सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका लाभ गर्भवती महिलाओं के साथ साथ धात्री महिलाएं और किशोरियां भी उठा रही हैं। खासकर गर्मी के मौसम में सुदूर ग्रामीण इलाकों की लाभार्थियों के लिए ई-टेलीमेडिसिन काफी सुविधाजनक साबित हुआ। सुदूरवर्ती गांव के लोगों को इस सेवा से काफी लाभ मिलने लगा है। सदर प्रखंड समेत जिले में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां से स्वास्थ्य केंद्रों की दूरी ज्यादा होने के साथ ही हर समय चिकित्सीय सलाह लेना मुश्किल लगता था। लेकिन अब तो घर बैठे फोन करके भी सलाह या दवा मिलनी शुरू हो चुकी है। ऐसे में टेलीमेडिसीन यहां के लोगों के लिए वास्तव में संजीवनी साबित हो रही है। लाभार्थी महिलाओं को अब चिकित्सीय परामर्श के लिए पीएचसी या सदर अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। अब वो ई-टेलीमेडिसिन के मध्यम से ऑनलाइन चिकित्सकों को अपनी बीमारी और परेशानियों से अवगत कराकर उचित परामर्श और इलाज ले रही हैं। जिले में 21 हब और 343 स्पोक्स बनाये गए हैं। जिसमें मरीजों को वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श दी जा रही हैं। इसके साथ हीं ऑनलाइन प्रिस्क्रिप्शन भी लिखा जा रहा है। ज़िले में आरोग्य दिवस के दिन लगभग 500 के करीब मरीजों को सेवा का लाभ दिया गया है। वर्तमान हालातों को देखते हुए लोगों को अपने नजदीकी टेलीमेडिसिन स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज करानें में सुविधा हो रही है। इससे अनावश्यक ख़र्च नहीं होती व समय की भी बचत होती है।
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