वैशालीः बिहार के वैशाली में बिदुपुर थाना क्षेत्र (Bidupur Police Station) के सैदपुर गणेश गांव में एक झोपड़ीनुमा घर के धू-धूकर जलने का वीडियो सामने आया है. आरोप है कि स्थानीय दबंगों (Dabang Set Fire In House of Mobile Theft Accused In Vaishali) ने इस झोपड़ी में आग लगाई है. आगजनी की इस घटना में झोपड़ी में रखे सभी सामान जलकर राख हो गए. वहीं एक मवेशी के मरने की भी खबर है. दरअसल यह सब कुछ महज एक मोबाइल के गुम हो जाने के कारण हुआ. घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
घर पर की गई फायरिंगः बताया जाता है कि एक स्थानीय शख्स का मोबाइल उसके पॉकेट से गिर गया था. उसे अंदेशा था कि सैदपुर गणेश के रहने वाले उमेश पासवान को उसका मोबाइल मिला है. जिसके बाद दबंगों ने उमेश पासवान के घर पर धावा बोल दिया. उमेश पासवान की मानें तो स्थानीय दबंगों द्वारा उसके घर पर पहुंचकर कई राउंड फायरिंग की गई और बातों में उलझा कर झोपड़ीनुमा घर में भी आग लगा दी गई. जिसका वीडियो गांव के ही एक व्यक्ति ने बनाया है. वीडियो में साफ तौर से दिखाई दे रहा है कि झोपड़ी पूरी तरह चल रही है. आसपास के पेड़ पौधे भी आग की चपेट में आ गए हैं.
नहीं पाया जा सका आग पर काबूः वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश की. कोई धधकती आग पर मिट्टी डाल रहा था, तो कोई पानी डाल रहा था लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका. वीडियो में एक आवाज भी आ रही है, जिसमें बोला जा रहा है कि जलते हुए झोपड़ी का मोबाइल से वीडियो बनाओ. बताया जा रहा है कि इस आग में झोपड़ी के अंदर रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है. जिसमें एक बकरी का बच्चा भी पूरी तरह जल गया है. हालांकि इस घटना में किसी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है. घटना की जानकारी बिदुपुर थाना को दी गई थी. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. पूरा मामला पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
संदेहास्पद लग रहा मामलाः दरअसल जिस झोपड़ी के जलने का वीडियो सामने आया है, वह एक छोटा सा झोपड़ीनुमा घर था. बताया जा रहा है कि इस घर में कोई भी व्यक्ति नहीं रहता था और ना ही कोई कीमती सामान इसमें रखा गया था बल्कि इस झोपड़ी में बकरियों को रखा जाता था. ऐसे में दबंगों द्वारा मुख्य घर को छोड़कर इस झोपड़ी में आग लगाना कहीं न कहीं मामले को संदेहास्पद बना रहा है क्योंकि पिछले दिनों भगवानपुर थाना क्षेत्र से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें विरोधियों को फंसाने के लिए एक व्यक्ति ने खुद ही अपनी झोपड़ीनुमा घर और ऑटो में आग लगा लिया था. किंतु विरोधी चौकस था और उसने इस हरकत को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया था जिसके आधार पर पुलिस ने आगे कार्रवाई भी की थी. हालांकि यह मामला उससे अलग है और पुलिस जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि उमेश पासवान के द्वारा लगाया गया आरोप कितना सही है.