बिहार के किशनगंज इलाके में आय से अधिक मामले के एक सिलसिले में विजिलेंस डिपार्टमेंट की टीम ने शनिवार को ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर संजय कुमार और कैशियर खुर्रम सुल्तान के आवास पर छापेमारी की. इस रेड में मिले कैश और दस्तावेजों को देखने के बाद अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह गईं. प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग अलग ठिकानों से करोड़ो रुपये नगद, बैंक पासबुक और लोन के दस्तावेज शामिल हैं. छापेमारी के दौरान पता चला कि इंजीनियर अपनी कमाई का हिस्सा अपने साथियों के ठिकाने पर रखता है.
विजिलेंस डिपार्टमेंट के डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि कुल पांच जगहों (किशनगंज के तीन और पटना के दो) पर छापेमारी की गई. उन्होंने बताया कि टीम के द्वारा सबसे पहले रुईधासा मोहल्ला स्थित कार्यपालक अभियंता के आवास पर छापेमारी की गई, यहां से पता चला कि उनके द्वारा लाइन मोहल्ला में भी किराये का मकान लिया हुआ है,जहां उसका पर्सनल सेक्रेटरी ओम प्रकाश रहता है. वहां से छापेमारी में लगभग ढाई करोड़ रुपये बरामद हुई है जिसकी काउंटिंग के लिए एसबीआई से नोट काउंटिंग मशीन मंगवाया गया.
निगरानी के टीम के द्वारा कार्यपालक अभियंता से पूछताछ के दौरान तीसरा ठिकाना पता चला कि कार्यलय के लेखा लिपिक के पास भी पैसा रखा हुआ है,जहां छापेमारी कर लगभग ग्यारह लाख रुपये बरामद हुआ है. वही निगरानी टीम कार्यपालक अभियंता और लेखा लिपिक से पूछताछ कर अन्य ठिकानों के बारें में पूछताछ जारी है.
अभी तक 3 करोड 61 लाख बरामद…
हालांकि यह आंकड़ा बढ़ने की प्रबल संभावनाएं हैं लेकिन रिपोर्ट लिखे जाने तक यह आंकड़ा 3 करोड 61 लाख तक पहुंचा था. किशनगंज में तीन जगहों पर छापेमारी हुई, जिसमें एक जगह (निजी सहायक के निवास) से 2.50 करोड रुपये मिले. दूसरा छापा, विभाग के लेखालिपिक खुरर्रम सुल्तान के घर पर हुआ, जहां से 11 लाख रुपये मिले. तीसरा छापा संजय कुमार के घर पर पड़ा, जहां नोटों की गिनती अभी भी जारी है और चौथा छापा पटना के एक इंजीनियर के ठिकाने पर पड़ा है.