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बिहार | स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले कुछ सालों से इंदौर नंबर वन है. इसी कारण मेयर डॉ. बसुंधरा लाल ने वार्ड नंबर 20 के पार्षद नंदिकेश शांडिल्य को इंदौर जाकर वहां की व्यवस्था और संसाधनों को देखने की जिम्मेदारी दी थी.
वह मेयर का पत्र लेकर पहुंचे और इंदौर के मेयर ने खुले मन से हर चीज को साझ़ा भी किया. लेकिन इंदौर से लौटकर आने पर पार्षद का सवाल है कि कहां और किसको बताएं. दरअसल, अभी शहर की सफाई का जिम्मा दो आउटसोर्स एजेंसी को सौंपा गया है. इन दोनों एजेंसियों को वार्ड 14 से लेकर 51 तक के वार्ड दिए गए हैं. संबंधित वार्डों की जनता सफाई ठीक नहीं होने की शिकायत भी कर रही है. ऐसे में पार्षदों का कहना है कि जिस वार्ड को एजेंसी सबसे स्वच्छ बता रही है, उसी वार्ड में कूड़े का अंबार दिख रहा है. मेयर ने बताया कि इंदौर से लौटने के बाद पार्षद ने वहां का अनुभव शेयर किया था, लेकिन आउटसोर्सिंग एजेंसी की बहाली के कारण वहां की व्यवस्था को व्यवहार में लाने के लिए कोई योजना नहीं बन सकी.
लोस चुनाव को लेकर ईवीएम की जांच शुरू
लोकसभा चुनाव को लेकर बैलेट युनिट, कंट्रोल युनिट व वीवी पैट की प्रथम स्तरीय जांच से शुरू हो गई है. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन वेयर हाउस पहुंचकर जांच का जायजा लिया.
ईसीआईएल एम3 माडल के बीयू 3850, सीयू 3000, वीवी पैट 3200 की प्रथम स्तरीय जांच हो रही है. जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सुनील कुमार रंजन को इसके लिए वरीय प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है. लाइव वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था की गई है. मोबाईल, अन्य इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट्स किसी भी परिस्थिति में ले जाने की अनुमति नहीं है.
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Harrison
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